कोरोना से निपटने के लिए शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भले ही बड़े-बड़े दावे कर रहे हों मगर वास्तविकता यह है कि राज्य में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से अधिक और ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) राष्ट्रीय औसत से कम है। प्रदेश के 13 जिलों में ऊधमसिंह नगर एक मात्र ऐसा जिला है जहां कोविड से ठीक होने की दर राष्ट्रीय दर से अधिक है। देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की दर 6.20 प्रतिशत है जबकि ठीक होने की दर 95.53 प्रतिशत है और मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। आंकड़ों पर नजर डालें तो देहरादून में पॉजिटिव केस की दर 9.17 प्रतिशत है, जबकि नैनीताल जिले में यह दर 7.03 प्रतिशत है।देहरादून में कोरोना से ठीक होने का प्रतिशत 89.65 प्रतिशत है, जबकि नैनीताल में 86.53 है। देहरादून में मृत्यु दर 3.12 प्रतिशत और नैनीताल में 1.86 प्रतिशत है। उत्तराखंड में मृत्यु दर राष्ट्रीय दर से अधिक 1.64 प्रतिशत है,जबकि ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से कम 90.69 प्रतिशत है। राहत की बात यह है कि कोरोना संक्रमित होने की दर 5.31 प्रतिशत है जो कि राष्ट्रीय दर 6.20 प्रतिशत से कम है।
जिला पॉजिटिव केस ठीक होने की दर मृत्यु दर
अल्मोड़ा 3.85 86.26 0.72
बागेश्वर 3.10 88.33 0.97
चमोली 4.39 89.96 0.43
चंपावत 2.11 86.09 0.49
देहरादून 9.17 89.65 3.12
हरिद्वार 4.65 94.82 1.11
नैनीताल 7.03 86.53 1.86
पौड़ी 4.22 92.20 1.13
पिथौरागढ़ 4.83 85..10 0.94
रुद्रप्रयाग 4.52 92.98 0.47
टिहरी 4.58 89.82 0.37
यूएस नगर 4.48 95.97 0.97
उत्तरकाशी 3.62 88.55 0.38
उत्तराखंड 5.31 90.69 1.64
भारत 6.20 95.53 01.45