देहरादून। शहर में डेंगू का प्रकोप रोकने के लिए नगर निगम ने रणनीति बना ली है। गुरुवार को महापौर व नगर आयुक्त ने शहर के पहले 50 वार्डो के पार्षदों के साथ बैठक की। महापौर सुनील उनियाल गामा ने पार्षदों, निगम निरीक्षकों व सुपरवाइजरों को घर, प्रतिष्ठान व कार्यालयों में औचक निरीक्षण कर जांच के निर्देश दिए हैं। जिस भवन के बरामदे या परिसर आदि में गमलों, कूलर पानी जमा मिलेगा, उसके भवन स्वामी के विरुद्ध 500 रुपये जुर्माना लगाने के आदेश दिए गए।
बारिश शुरू होने से पहले ही नगर निगम डेंगू को लेकर सतर्क हो गया है। बीते साल डेंगू ने शहर में कहर बरपाया था। अब इस साल इसका प्रकोप रोकने को जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम को उचित कदम उठाने के आदेश दिए थे। इस संबंध में महापौर ने गुरुवार व शुक्रवार को पार्षदों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया। गुरुवार को वार्ड-एक से वार्ड-पचास तक के सभी पार्षदों की बैठक ली गई और शनिवार को वार्ड-51 से वार्ड-100 तक के पार्षदों की बैठक ली जाएगी। गुरुवार को बोर्ड रूम में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठक में डेंगू की रोकथाम पर चर्चा हुई। इस दौरान महापौर गामा ने कहा कि अगर अभी से हर कोई डेंगू को लेकर सतर्क होगा, तभी इसके प्रकोप को रोका जा सकता है। रेसकोर्स के पार्षद देवेंद्र पाल सिंह मोंटी ने सभी नालों की बरसात से पहले सफाई के साथ रिस्पना और बिंदाल नदी में पुल के नीचे फंसे कूड़े को भी निकालने व नालाध्पुस्ते की मरम्मत कराने की मांग रखी। बैठक में नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, उपनगर आयुक्त समेत वरिष्ठ वित्त अधिकारी, सहायक आयुक्त, मुख्यध्वरिश्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी आदि मौजूद रहे।
बैठक में दिए गए निर्देश
-सभी पार्षद अपने-अपने वार्डो में जहा गड्ढ़े हैं और उनमें पानी जमा होता है, यह सूची मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे, ताकि समय से उन गड्ढ़ों को भरने, उनमें जमा पानी निकालने अथवा उनमें नियमित रूप से दवा का छिड़काव कराने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जा सके।
-सभी पार्षद अपने-अपने वार्डो में लोगों को यह जागरूक करेंगे कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। घरों में रखे गमलों, कूलर, पुराने टायर, टिन के डिब्बे आदि में पानी एकत्रित न होने दें। इसलिए कूलर आदि को धूप में सुखायें और अन्य सामान को समय रहते हटाएं।
-वार्ड में लोगों को यह भी अवगत कराया जाए कि यदि इस सूचना के बावजूद किसी व्यक्ति के घर में गमलों एवं अन्य सामान में पानी जमा पाया जाता है तो नगर निगम द्वारा उसके विरुद्ध 500 रुपये जुर्माना लगाने की कार्रवाई करेगा।
-नगर निगम द्वारा शहर के बडे़ नालों की सफाई के लिए टेंडर निकाले गए हैं। अगर किसी वार्ड में कोई नाला अवरुद्ध है तो इस संबंध में मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सूची उपलब्ध कराई जाय ताकि नगर निगम जेसीबी लगाकर या नाला गैंग से वहां की सफाई करा सके। महापौर व नगर आयुक्त खुद इसकी मानिटरिग करेंगे।
-नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम द्वारा सफाई कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट निश्शुल्क कराया जाएगा। कर्मचारियों से कोई धनराशि नहीं ली जाएगी।