मसूरी। मसूरी-देहरादून हाइवे बीती देर रात से चूनाखाल के समीप ग्लोगी पॉवर हाउस के उपर लगातार भूस्खलन होने से बाधित है। पीडब्ल्यूडी के जेई पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार मलबा गिरने से लेबर काम नहीं कर पा रहे हैं। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। सड़क खोलने मे काफी समय लग सकता है। समाचार पत्र, दूध एवं सब्जी आपूर्ति भी बाधित है।
पहाड़ों में जानलेवा साबित हो रहा भूस्खलन
उत्तराखंड में मौसम करवट बदल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम का मिजाज भले ही नरम हो, लेकिन दो सितंबर से बारिश में तेजी आने की संभावना है। इस बीच भूस्खलन से सड़कों के बाधित होने का क्रम बना हुआ है। वहीं पिथौरागढ़ में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर एक ग्रामीण की मौत हो गई।
पहाड़ों में भूस्खलन जानलेवा भी साबित हो रहा है। पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी क्षेत्र का रहने वाला एक युवक अपने खच्चरों को लेकर मिलम जा रहा था। मिलम के निकट पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई, लेकिन उसके शव को लाना चुनौती बना हुआ है।
दरअसल, मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद होने से पैदल चलना भी मुश्किल है। ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से शव ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर की मांग की है। इसके अलावा जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग का करीब 50 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है।
उत्तराखंड में अब भी 67 संपर्क मार्गों पर आवागमन बाधित है। इनमें से 44 गढ़वाल मंडल और 23 कुमाऊं मंडल में हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग की टीम मलबा हटाने में जुटी है, लेकिन दरकते पहाड़ इस कार्य में अड़चन बन रहे हैं। हालांकि रविवार को प्रदेश में चार धाम यात्रा मार्ग पर यातायात चलता रहा, लेकिन पहाड़ों से गिर रहे पत्थर सफर के लिए खतरा बने हुए हैं। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।