देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं व 12वीं की कक्षाओं के 2.71 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन के फार्मूले पर अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की औपचारिक मुहर लगने का इंतजार है। शासन ने इस संबंध में प्रस्ताव विभागीय मंत्री को भेज दिया है। उधर, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि अगले 15 दिन में बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
10वीं व 12वीं की बोर्ड कक्षाओं के रिजल्ट के लिए अंक देने का फार्मूला शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय समिति ने तैयार किया था। समिति ने बीते दिनों अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने अब मूल्यांकन के संबंध में उक्त रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव को मंजूरी के लिए विभागीय मंत्री को भेजा है। मंत्री की मुहर लगते ही इस संबंध में शासनादेश जारी होने का रास्ता साफ हो जाएगा। उधर, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट अगले 15 दिन में घोषित किया जाएगा। विभाग इस संबंध में तैयारियों को अंजाम दे चुका है। इस वर्ष किसी भी परीक्षार्थी को फेल नहीं किया जाएगा। सभी प्रोन्नत होंगे।
10वीं के लिए यूं होगा अंक निर्धारण
-नौवीं की कक्षा में प्राप्तांकों का 75 फीसद
-10वीं में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का 25 फीसद
12वीं के लिए अंकों का फार्मूला
-10वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 50 फीसद
-11वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 40 फीसद
-12वीं कक्षा के आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का 10 फीसद
दो शिक्षकों की बोर्ड में तैनाती
उत्तराखंड बोर्ड में शोधकर्ताओं के रिक्त पदों पर सरकार ने दो शिक्षकों की नियुक्ति की है। बोर्ड में शोधकर्ताओं के चार पद रिक्त हैं। इनमें से दो पदों पर शिक्षक शैलेंद्र जोशी और रामचंद्र पांडे की नियुक्ति की गई है। जोशी नैनीताल जिले और पांडे उत्तरकाशी जिले में बतौर प्रवक्ता कार्यरत थे। चालू शैक्षिक सत्र में की गई इस तैनाती से शिक्षकों में खलबली है।
दरअसल सरकार कोरोना महामारी की वजह से चालू शैक्षिक सत्र को तबादलों के लिहाज से शून्य घोषित कर चुकी है। तबादला एक्ट के नियम-27 के तहत मुख्य सचिव समिति अनुरोध के आधार पर जरूरतमंद शिक्षकों के तबादलों पर ही विचार होगा। इनमें सिर्फ गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों के ही तबादला आवेदनों पर विचार करने पर सहमति बनी है।