अभिभावकों के साथ दून चिड़ियाघर पहुंचे बच्चों ने तेंदुआ, सांभर, हिरण, काकड़, चीतल जैसे वन्यजीवों के साथ दो दर्जन से अधिक प्रजाति के पक्षियों का दीदार किया। कोबरा, करैत, पाइथन रिटीकुलेटेड सांप, रॉक पाइथन, वॉइन स्नेक समेत दर्जनभर प्रजातियों के सांपों को देखकर बच्चे रोमांचित हो उठे। बच्चों ने दून चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से पार्क में लगाए गए झूलों का भी जमकर लुत्फ उठाया।
वन क्षेत्राधिकारी मोहन सिंह रावत की अगुवाई में चिड़ियाघर कर्मचारियों ने हर एक पर्यटक की थर्मल स्कैनिंग करने के साथ ही उनके मास्क की जांच की। चिड़ियाघर में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया गया। चिड़ियाघर में नई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़ जैसे दूसरे राज्यों के पर्यटक भी पहुंचे।
जिपलाइन, कमांडो नेट का लुत्फ नहीं उठा पाए युवा
दून चिड़ियाघर पहुंचे युवाओं को थोड़ा मायूस होना पड़ा। वह जिपलाइन, कमांडो नेट और बर्मा ब्रिज जैसे साहसिक खेलों को बंद किए जाने की वजह से इनका लुत्फ नहीं उठा पाए। चिड़ियाघर प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि बारिश के चलते इन सभी साहसिक खेलों को फिलहाल बंद किया गया है।
नैनीताल में बारिश और कोहरे के बीच नौकायन का लिया आनंद
सुबह से दोपहर तक मौसम सामान्य रहा। इस दौरान पर्यटकों ने नैनीझील में नौकायन का आनंद लिया। इसके अलावा चिड़ियाघर, हनुमानगढ़ी, केव गार्डन, बारापत्थर, किलबरी, हिमालय दर्शन, सरिताताल, लवर्स प्वाइंट, स्नोव्यू, टिफिनटाप आदि जगहों पर पर्यटक पहुंचे। कई पर्यटक सुबह ही अपने वाहनों से समीपवर्ती भवाली, भीमताल, गागर,श्यामखेत, कैंची, मुक्तेश्वर, घोड़ाखाल आदि पर्यटन स्थलों में पहुंचे और शाम को नैनीताल लौट आए।
नैनीताल-कालाढूंगी मोटर मार्ग में स्थित वाटर फाल में दिनभर में 705 पर्यटकों ने मौज मस्ती की तो, हिमालयन बॉटनिकल गार्डन में 171 पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों के साथ ही पर्यटक वाहनों की बढ़ती आवाजाही से कई बार माल रोड समेत अन्य आंतरिक मोटर मार्गों में जाम भी लग गया, लेकिन पुलिस की सक्रियता से यातायात व्यवस्था प्रभावित नहीं रही।