राज्य के दूरदराज दुर्गम क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों को विशेषज्ञ डाक्टरों से स्वास्थ्य परामर्श के लिए शहरों को दौड़ने की जरूरत नहीं होगी। संपर्क टीचर हेल्थलाइन के जरिए शिक्षक विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं। सोमवार को शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने ऑनलाइन माध्यम से इस हेल्थलॉइन को लॉंच किया। संपर्क फाउंडेशन द्वारा विकसित इस हेल्थलाइन पर शिक्षक बिना कोई फीस अदा किए डाक्टरों से बात कर सकते है। डाक्टरों के साथ ई-परामर्श का पूरा खर्च संपर्क फाउंडेशन ही उठाएगा।
सचिव ने फाउंडेशन का आभार जताया। एपीडी-समग्र शिक्षा अभियान डॉ. मुकुल सती ने विस्तार से हेल्थ लाइन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सुविधा से शिक्षक अपने परिजनों के लिए भी परामर्श ले सकते हैं। दवाओं को लेकर डाक्टर का परामर्श उनके व्हाटसऐप पर भी भेजा जाएगा। संपर्क फाउंडेशन के अध्यक्ष विनीत नायर ने कहा कि पूरे देश में 10 लाख शिक्षकों को इस सेवा का लाभ दिया जाएगा। भविष्य में स्कूल खुलने पर प्राथमिक स्तर के छात्रों के शैक्षिक स्तर सुधार के लिए कुछ नई गतिविधियां भी उत्तराखंड में शुरू की जाएंगी।शिक्षक अपने स्कूल के डीआईएसई कोड का इस्तेमाल कर संपर्क स्मार्ट शाला मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन करेंगे। इसके जरिए वीडियो फोन और व्हाटसऐप के जरिए परामर्श दिया जाएगा। तनाव-चिंता की समस्या पर रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को निशुल्क समाधान सेवा मिलेगी। अस्पताल में बेड-आक्सीजन उपलब्धता की जानकारी के लिए नेवीगेशन सुविधा, फूड और व्यायाम के लिए भी निशुल्क सेवा।