संघर्षशील पत्रकार,कवि व साहित्यकार पूर्ण पन्त नहीं रहे

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देहरादून: संघर्षशील पत्रकार पूरन पन्त नहीं रहे. 13 अप्रैल की रात्रि में लम्बी बीमरी के बाद उनका निधन हो गया. श्री पन्त मुंह के कर्क (कैंसर) रोग से लम्बे समय से पीड़ित थे. दवा, इलाज, आपरेशन की लम्बी जद्दोजहद के बाद श्री पथिक को आखिर में अनंत यात्रा में जाना ही पड़ा.

पथिक एक कर्मठ और जुझारू पत्रकार थे और गढ़वाली के धारदार कवि भी. उन्होंने गढ़वाली में लम्बे समय तक ‘गढ़वालै कि धै’ नाम से एक समाचार पत्र का प्रकाशन किया. क्रांतिकारी गढ़वाली कवितायें लिखी और साहित्य की रचना भी.

उनके निधन से उत्तराखंड की पत्रकारिता को भरी क्षति पहुची है.

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