देहरादून। कोरोना संकट की छाया के बीच अगले साल होने वाले हरिद्वार कुंभ में कोरोना से बचाव के मद्देनजर सुरक्षा उपायों पर खास फोकस रहेगा। इस कड़ी में हरिद्वार में एक हजार बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। जरूरत के हिसाब से एंबुलेंस की व्यवस्था होंगी। बाइक और बोट एंबुलेंस के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। कुंभ की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक के बाद सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने यह जानकारी साझा की। उन्होंने यह भी बताया कि कुंभ मेले के लिए 26 सेक्टर बनाए जाएंगे। छह सेक्टर स्टैंडबाइ में रखे जाएंगे।
मुख्य पवरें पर पास की व्यवस्था पर विचार
कैबिनेट मंत्री कौशिक ने कहा कि हरिद्वार में करीब 106 घाट हैं और सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करते हुए वहां सामान्य परिस्थितियों में रोजाना 50 लाख तक श्रद्धालु स्नान कर सकते हैं। इसे देखते हुए कुंभ में सामान्य दिनों के लिए पास की अनिवार्यता नहीं होगी। अलबत्ता, मुख्य स्नान पवरें पर उमडने वाली भीड़ के मद्देनजर पास की व्यवस्था पर विचार चल रहा है। साथ ही यह भी जोड़ा कि समय के हिसाब से व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी।
35 करोड़ से निस्तारित होगा लीगेसी वेस्ट
कैबिनेट मंत्री कौशिक ने कुंभ मेले के दौरान साफ-सफाई पर विशेष फोकस किया जाएगा। इसके लिए कार्ययोजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि हरिद्वार व ऋषिकेश में वर्षों से जमा लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं। इसकी कार्ययोजना बना ली गई है। इस पर करीब 35 करोड़ का व्यय होगा।
मेलाधिकारी ने दिया प्रगति का ब्योरा
बैठक के दौरान मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुंभ मेले के तहत विभिन्न कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए अतिरिक्त टीमें रिजर्व में रखी जाएंगी। अधिकारियों के लिंक अधिकारी भी नामित किए जाएंगे। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव आरके सुधांशु, नितेश झा, शैलेश बगौली, सौजन्या, पंकज पांडेय, मंडलायुक्त रविनाथ रमन, आइजी अभिनव कुमार व संजय गुंज्याल मौजूद थे।