हरिद्वार जिले में कोविड टीकाकरण के बाद भी संक्रमित होने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है। सोमवार को एसीएमओ डॉ. पंकज कुमार जैन सहित चार स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित पाए गए। 11 संतों, एक पुलिसकर्मी, बाल विकास कार्यालय में तैनात के महिला कर्मचारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। सभी संक्रमित कर्मचारियों को टीके की दोनों डोज लगी थी। वहीं, चार गर्भवती महिलाओं में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।हरिद्वार जिले में सोमवार को 678 नए कोरोना केस सामने आए। इनमें श्री पंचायत अखाड़ा निरंजनी के छह, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के तीन, श्री तपोनिधि आनंद अखाड़े और श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में एक-एक संत संक्रमित पाए गए हैं।आईआईटी रुड़की में सबसे अधिक 20, भेल में 17, सप्तसरोवर में 10, ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर नौ, शिवालिक नगर में आठ, मायापुर में छह, योग ग्राम में पांच, डिफेंस कॉलोनी रुड़की में पांच संक्रमित मिले हैं। अखाड़ों में 200 संतों के आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि 20 हजार 359 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिले में अब कोविड के 1662 एक्टिव केस हैं। 66 लोग स्वस्थ हुए हैं।
पतंजलि के विभिन्न प्रकल्पों में अब तक 73 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। सोमवार को भी यहां पांच नए मामले सामने आए। 18 अप्रैल को पंतजलि के प्रकल्पों में सबसे अधिक 39 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। संस्थान में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमितों के मिलने से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। आईआईटी रुड़की के बाद पतंजलि योगपीठ के विभिन्न प्रकल्पों में कोविड की नई लहर ने सबसे बड़ा हमला किया है।
10 अप्रैल को पतंजलि योगपीठ में पांच संक्रमित मिले थे। 14 अप्रैल को 14 लोगों कोविड संक्रमण मिला। दो दिन की राहत के बाद 17 अप्रैल को फिर से 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अगले दिन 18 अप्रैल को योग ग्राम में 20, पतंजिल योगपीठ में 10 और आचार्यकुलम में नौ लोग संक्रमित मिले। सोमवार को योग ग्राम में पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि पतंजलि के विभिन्न प्रकल्पों में मिले संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को चिह्नित कर आरटी-पीसीआर सैंपल लिए जा रहे हैं।