देहरादून। संवाददाता।
राजपुर रोड़ स्थित जलागम विभाग में कुछ दिनों पहले हुई गैस रिसाव के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में इंतजाम किए जा रहे हैं। पहला कदम डिजास्टर इमरजेंसी का निर्माण है। इसके अलावा इमरजेंसी मामलों को देखने के लिए एक समिति भी बनेगी, जिसकी जवाबदेही भी निर्धारित की जाएगी।
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार है। यहां न सिर्फ दून बल्कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्र व उप्र-हिमाचल के सीमावर्ती इलाकों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन, गुरुवार रात वाटर वक्र्स में गैस रिसाव के प्रभावित यहां से अन्यत्र रेफर कर दिए गए। जिसने सरकारी सिस्टम की कलई खोलकर रख दी। ऐसे में तंत्र अब हरकत में दिख रहा है।
मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. नवीन बलूनी ने शुक्रवार को अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि दो दिन के भीतर अस्पताल के कॉरिडोर में 25 बेड की व्यवस्था करें। प्रत्येक बेड को ऑक्सीजन आपूर्ति के साथ जोड़ते हुए आपदा वार्ड के रूप में प्रयोग में लाया जाए।
इसके अलावा इस बाबत एक समिति भी गठित की जाए। इसमें डॉक्टर, फार्मेसिस्ट व नर्स समेत अन्य स्टाफ शामिल होगा। साथ अस्पताल की अन्य अव्यवस्थाओं को भी सुचारू किये जाने की निर्देश दिए।