देहरादून। संवाददाता। पौधे में पानी क्या डाला गया दून शहर की स्ट्रीट लाइटें ही बंद हो गई। इस बारे में नगर निगम ने जो उत्तर डीएम को भेजा है। उसमें निगम ने तर्क दिया कि एमडीडीए के डिवाइडर पर लगे पौधों में पानी डालने की वजह से भूमिगत केबिल क्षतिग्रस्त हो गई जिसके चलते लाईटें बंद हो हुई हैं।
बल्लूपुर चैक से गढ़ीकैंट थाने तक की सड़क पर खराब स्ट्रीट लाइटों की वजह यही बताई गई तो बिंदाल चैक से किशननगर चैक तक की लाइटें बंद होने का जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग को ठहरा दिया गया। तर्क दिया है कि लोनिवि ने डिवाइडर बनाते वक्त केबिल क्षतिग्रस्त कर दी। हालांकि, ऊर्जा निगम ने अपने जवाब में स्ट्रीट लाइटें बंद होने की वजह टाइमर खराब होना बताया है।
स्ट्रीट लाइटें बंद होने की वजह से शहर में रात में हो रहे सड़क हादसों को लेकर पिछले हफ्ते जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन व एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने शहर का भ्रमण कर स्थिति देखी थी। जिलाधिकारी ने नगर निगम और ऊर्जा निगम से लाइटों की स्थिति पर जवाब मांगा था। हालांकि, नगर निगम ने पहले यह कहकर बचने की कोशिश की थी कि शहर में तीन महीने के अंदर 42 हजार नई एलईडी स्ट्रीट लाइटों को लगाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने आदेश दिए थे कि नई लाइटें लगने तक खराब पड़ी पुरानी लाइटों को दुरुस्त किया जाए। ऊर्जा निगम ने टाइम की खराबी की बात कहकर अपना जवाब बुधवार को ही भेज दिया था। जिलाधिकारी ने एक हफ्ते में टाइमर ठीक कराने के आदेश दिए थे।