देहरादून। संवाददाता। विश्व में जिन बिमारियों का इलाज नहीं हैं। उनमें से एक है, डाउन सिंड्रोम, बल्लूपुर रोड़ स्थित अर्चना लूथरा, महिला एवं प्रसूति विशेषज्ञ अस्पताल का ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसमें डाॅक्टर की लापरवाही के चलते डाउन सिंड्रोम पीड़ित बच्चें ने जन्म लिया है।
बच्चा चार महीने का हो चला है, मगर माता-पिता के लिए उनकी संतान जीवन भर अनचाहे दुख से कम नहीं है। वहीं माता-पिता ने प्रण लिया है कि वो ऐसा अब किसी और के साथ नहीं होने देंगे। ऐसे लापरवाह डाॅक्टर्स के खिलाफ सख्त कार्यवाही अम्ल में लाकर नजीर पेश करेंगे।
बता दे कि शिक्षक दुष्यंत कुमार निवासी कौलागढ़ की पत्नी कुमकुम ने गर्भवस्था के दौरान सभी जरूरी जांच करवाई थी। रिपोर्ट आने पर डक्टर ने बताया कि बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। उसे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। उन्होंन चैथे महीने में डाॅ से बच्चें के स्वास्थ्य संबंधी टेस्ट करावाये थे। रिपोर्ट आने पर डाॅ लूथरा ने बताया कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ्य है। आप मां बनने के लिए स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
मगर बच्चें का जन्म होने के बाद पता लगा कि उसे डाउन सिंड्रोम जैसी घातक बीमरी है। जिसका विश्वभर में इलाज नहीं है। उन्होंने मामलें को सीएमओं दून के संज्ञान में डाला। जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए।
दो महीने पहले जांच रिपोर्ट सामने आई। जिसमें डाक्टर्स की लापरवाही के चलते बच्चें का लाइलाज बीमारी से ग्रसित होना पुख्ता हुआ। बावजूद इसके कोई कार्यवाही होती नहीं दिख रही है। वहीं दुष्यंत दंपत्ति का कहना है कि जब तक उन्हंे न्याय नहीं मिल जाता है। वो शांत नहीं बैठने वाले।