देहरादून। संवाददाता। नगर निगम टाउन हॉल, देहरादून में बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला की डोली रथ यात्रा के स्वागत में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां जगदीशिला डोली का बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल और पूर्व काबीना मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी की अगुआई में श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। डोली की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। दोपहर हरिद्वार से आरंभ हुई डोली यात्रा यहां नगर निगम परिसर में पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने डोली की पूजा-अर्चना की।
टिहरी जनपद की घनसाली तहसील के ग्यारह गांव-हिंदाव पट्टी क्षेत्र की प्रसिद्ध विश्वनाथ-जगदीशिला डोली के आज दोपहर दून पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया।डोली के दर्शन को श्रद्धालु आतुर रहे और आशीर्वाद पाकर धन्य हुए।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की उत्तराखंड के सभी श्रद्धालुओं को 20 वीं भगवान विश्वनाथ जगदीश शीला डोली यात्रा के शुभारंभ पर बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं साथ ही डोली यात्रा के संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे मंत्री प्रसाद नैथानी जी का भी धन्यवाद करता हूँ की उन्होंने मुझे इस शुभ अवसर पर भगवान विश्वनाथ की डोली का स्वागत करने का सौभाग्य दिया। भगवान विश्वनाथ व मां जगदीश शीला हम सभी की मनोकामना पूर्ण करें ऐसा मैं इस रथ यात्रा के शुभारंभ पर भगवान से आशीर्वाद माँगता हूँ।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य विश्व शांति है। इसके लिए हम सभी को आगे आना चाहिए।उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण बेहद जरूरी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि रथयात्रा का उददेश्य विश्व में शांति, किसी भी साम्प्रदाय देव संस्कृति जिंदा रहनी चाहिए और यात्रा के माध्यम से विकास के रथ को भी आगे बढ़ाया जाना भी आवश्यक है।इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा कि मान्यता है कि भगवान जगदीशिला डोली के दर्शन व स्पर्श मात्र से ही मनोकामना पूर्ण होती है। यह यात्रा हमारी संस्कृति और आस्था से जुड़ी है।
इस अवसर पर यात्रा के संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ व मां जगदीशिला की 20वीं डोली रथयात्रा पर आज से शुरू हुई है यह 26 दिवसीय डोली यात्रा 12 जून तक चलेगी।डोली यात्रा उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में 10 हजार पांच सौ किमी की दूरी तय कर 12 जून को गंगा दशहरा पर विशोन पर्वत के नीलागाड़ पहुंचकर यात्रा का समापन होगा।
उन्होने कहा कि डोली रथ यात्रा का आयोजन विश्व शांति, एक हजार धाम चिन्हीकरण, पर्यावरण संरक्षण व बंजर भूमि को उपयोगी बनाने, जड़ी-बूटी प्रोत्साहन, संस्कृत भाषा के उन्नयन और पवित्र धामों में प्लास्टिक एवं पॉलीथिन प्रतिबंध के लिए जनजागरूकता के उददेश्य से किया जा रहा है।
इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री अशोक वर्मा, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, अजय सिंघल, रूप सिंह बजियला, इन्द्र भूषण बडोनी, अक़बर नेगी, शिवप्रसाद डंगवाल, ललिता प्रसाद नैथानी, कैलास पति मैठाणी, पवन नैथानी, सुबोध सेमवाल, कमल रतुड़ी, गोविंद पेटवाल, मोहन खत्री, कुंवर सिंह राणा, आनंद बहुगुणा, प्रदीप कुकरेती, गोपाल रतूड़ी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने किया।