देहरादून। संवाददाता। सूबें की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। आईएसबीटी तथा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा है और उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वाहन नहीं मिल पा रहे है। जिसकी वजह से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि पर्यटन सीजन में यात्रियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
खास बात यह है कि यात्रियों को हो रही इस परेशानी से शासन भी बावस्ता है। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा बसों की कमी की जानकारी से शासन को भी अवगत कराया जा चुका है। अब रातों रात अतिरिक्त वाहनों की व्यवस्था तो की नहीं जा सकती है। राज्य में इस समय चारधाम यात्रा सीजन चल रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में परिवहन निगम की बसों को यात्रा में भेज दिया गया है। वैसे परिवहन विभाग के बेड़े में अच्छी बसों की भारी कमी है। यात्रा रूट पर बसों को लगाये जाने के कारण ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्रों तथा मसूरी, धनोल्टी, नैनीताल आदि जाने वाली बसों की संख्या बहुत कम हो गयी है।
जिसके कारण हजारों की संख्या में यात्री आईएसबीटी पर धक्के खा रहे है और उन्हे अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कोई सवारी नहीं मिल रही है। सोमवती अमावस्य के समय हरिद्वार से जाने वाले यात्री भारी परेशान रहे और उन्हे कोई सवारी नहीं मिली।
ऐसी हालत सिर्फ रोडवेज बसों की ही नहीं। राजधानी दून से जाने वाली किसी भी ट्रेन में कई सप्ताह तक रिर्जवेशन फुल है। रेलवे स्टेशन पर तत्काल के टिकट पाने के लिए यात्रियों की लम्बी कतारें लगी हुई है। वहीं सामान्य यात्रियों को भी टिकट के लिए घंटो लाइनों पर खड़ा होना पड़ रहा है। यात्रियों का कहना है कि सरकार भले ही सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबन्द होने की बात करती हो लेकिन उसे यह भी सोचने की जरूरत है कि सरकार को सिर्फ चारधाम यात्रियों को ही नहीं देखना है अन्य यात्रियों के बारे में भी सोचना चाहिए। अगर दून से मसूरी भी जाना हो तो यहां से बस ही नहीं टैक्सी मिलना भी मुश्किल हो रहा है आज कल स्कूलों की छुट्टियां चल रही है जिसके कारण बाहरी राज्यों से भारी संख्या में लोग पहाड़ों पर घूमने फिरने के लिए आ रहे है। लेकिन यातायात सिस्टम के फेल होने से उन्हे भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।