भिक्षावृति पर प्रभावी रोकथाम के लिए मित्र पुलिस ने बच्चों को दी शिक्षा

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देहरादून। संवाददाता। भिक्षावृति पर प्रभावी रोकथाम व जनता को भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चो को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूक करने तथा भिक्षावृति में लिप्त बच्चो के पुनर्वास हेतु जनपद देहरादून में पुलिस द्वारा दो माह का अभियान ट्टआपरेशन मुक्ति’ चलाया गया। उक्त अभियान का मुख्य उद्देश्य विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओ के साथ मिलकर बच्चो द्वारा की जा रही भिक्षावृति कि प्रवृत्ति पर प्रभावी रोकथाम कर भिक्षावृति में लिप्त बच्चो का पुनर्वास करना था।

तीन चरणो मे चलाये गये इस अभियान के दौरान जनपद देहरादून के भीड़ भाड़ वाले स्थानो पर निगाहे केन्द्रित की गयी। अभियान के दौरान प्रथम चरण में ऐसे स्थानों से 292 बच्चो को भीख मांगने, कूड़ा बीनने, गुब्बारा बेचने आदि के कार्य में चिन्हित किये गये। इन बच्चों में से 67 बच्चों को भिन्नकृभिन्न स्कूलों में एडमिशन दिलवाया गया। 42 बच्चे, जिनकी परिवारिक आर्थिक स्थिति अत्यन्त खराब होने के कारण उन्हें आर्थिक सहायता दिलाये जाने हेतु बाल कल्याण अधिकार संरक्षण आयोग उत्तराखण्ड को रिपोर्ट प्रेषित की गयी।

बाल भिक्षावृति रोकने तथा लोगों को जागरूक करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें सभी टीमो द्वारा अपने अपने क्षेत्रो में पम्पलेट, होर्डिग चस्पा किये गये। भिक्षावृति में लिप्त बच्चो का दाखिला विभिन्न स्कूलों में कराने के पश्चात विचार किया गया कि स्कूल में गर्मियों का अवकाश होने पर स्कूल बन्द हो जाने पर सम्भवत बच्चे पुनः भिक्षावृत्ति में लिप्त न हो, बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने हेतु आपरेशन मुक्ति में नियुक्त समस्त टीमों तथा विभिन्न एनजीओ को साथ लेकर उक्त बच्चो को टीम द्वारा शिक्षा दी जा रही है।

अभियान के तहत आज पुलिस कार्यालय देहरादून स्थित सभागार में आपरेशन मुक्ति अभियान के अन्तर्गत देहरादून में गठित टीम द्वारा रेस्क्यू किये गये 67 बच्चों द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती से शिष्टाचार भेंट की। शिष्टाचार भेंट के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित बच्चो को टी शर्ट वितरित की गई। उन्होने बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया की प्रत्येक बच्चे के लिये शिक्षा ग्रहण करना नितांत आवश्यक है। शिक्षा का आज के जीवन में अत्याधिक महत्व है। आप सभी शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात ही योग्य व्यक्ति बनकर सम्मान जनक पद प्राप्त कर सकते है।

उक्त कार्यक्रम के दौरान एस.पी.सिटी श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक यातायात प्रकाश चंद्र, सी.ओ.सिटी शेखर व ऑपरेशन मुक्ति की टीम, एनजीओ संचालक, बच्चे व उनके परिजन उपस्थित रहे।

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