देहरादून। संवाददाता। उत्तराखंड में बंदरों से फ़सलों को हो रहे नुक़सान को रोकने के लिए 27 वेटनरी डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी. ये डॉक्टर मुख्यतः बंदरों की नसबंदी करेंगे ताकि उनकी आबादी पर नियंत्रण किया जा सके. किसानों को राहत देने के लिए राज्य सरकार केंद्र से यह आग्रह भी करने वाली है कि वन्य जीवों से फ़सलों को होने वाले नुक़सान को भी इसमें प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना में शामिल किया जाए. यह बातें कृषि और उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अपने दोनों विभागों की समीक्षा बैठक के बाद कही।
सीएम ने की कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा
बता दें कि सीएम डेशबोर्ड ‘उत्कर्ष’ में विभिन्न विभागों की प्रगति की समीक्षा की जा रही है। सरकारी विभागों में आउटकम अधारित डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए की-प्रोग्रेस इंडिकेटर तैयार किए गये हैं। इसे अधिकारियों के वार्षिक पर्फॉर्मेंस मूल्यांकन से जोड़ा गया है. इसके तहत 143 प्राथमिकता वाले कार्यक्रम रखे गए हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा की।
कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को जो मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जा रहे हैं, उनका सही इस्तेमाल हो। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए कि किसानों को इसका लाभ हो. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा के लिए जो क्लेम हो रहे हैं, उनका भुगतान जल्द हो. लघु व सीमांत कृषकों तक कृषि यंत्रों की पहुंच हो, इसके लिए फार्म मशीनरी बैंक की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाए।