देहरादून। संवाददाता। मंडुआ पहाड़ी क्षेत्रों का ऐसा अनाज है जिसके औषधीय गुणों के चलते इसे विश्व भर में खास तौर पर पहचाना जाता है। मंडुआ और अन्य खाद्य पदार्थों को मिलाकर छात्रों ने ऐसी डिश तैयार की, जिसकी लंबाई देखकर हर कोई हैरान हो गया। इस काठीरोल का अनावरण पर्यटन मंत्री ने किया।
अंतर्राष्ट्रीय खाद्य दिवस पर आइएचएम संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रशिक्षकों और छात्रों ने 53.75 फीट लंबा मंडुआ काठीरोल तैयार किया। संस्थान में मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मंडुआ काठीरोल
का अनावरण किया। इस मौके पर पर्यटन मंत्री ने संस्थान के हर्बल गार्डन में बेल एवं ऑल स्पाईसेस पौधे लगाए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि उक्त मंडुआ काठीरोल को तैयार करने का काम 15 अक्टूबर को शुरू किया गया था। इसे बनाने में 14 घंटे लगे।
इसमें आठ किलो मंडुआ, चार किलोग्राम मैदा, दो किलो मक्की का आटा, पांच किलो तारकोल, पांच किलो गहत की दाल, पांच किलो काला भट्ट, आठ किलो अरबी, पांच किलो नालबड़ी, 15 किलो कद्दू, 15 किलो आलू, आठ किलो सेब,
पांच किलो पालक, चार किलो मूली, चार किलो मैदे से बनी नूडलस, दो किलो हरब एवं स्पाईसस का उपयोग किया गया। इस मौके पर सचिव पर्यटन आर मीनाक्षी सुंदरम, नरेंद्र सिंह, मनु कोचर, जेडब्ल्यू मैरियट, डॉ. विनय राणा,
संस्थान के प्रधानाचार्य जयदीप खन्ना, पुलकित भाम्भी, मनीष भारती, उदय चमियाल, विवेक कुमार, संजीव परमार, ज्ञानेंद्र कुमार, हिमांशु, संजय कुमार आदि मौजूद रहे।