देहरादून। संवाददाता। भारी बरसात के चलते कई राज्यों में नदिया खतरे के मुहाने से ऊपर हैं। ऐसे में गुजरात में आई बाढ़ के कारण दून में रसोई गैस का संकट गहरा गया है। दो दिन से किसी भी एजेंसी में गैस नहीं पहुंची है, जिसके चलते एजेंसियों पर गैस की डिमांड करने वालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है।
कुछ एजेंसियों में थोड़ी बहुत गैस बची थी, लेकिन उपभोक्ताओं में इतनी मारामारी मची रही कि सुबह एक घंटे में सारी एजेंसियां खाली हो गई। जिसके चलते अधिकांश उपभोक्ताओं को खाली हाथ लौटना पड़ा।
पिछले 12 दिन से दून में रसोई गैस का संकट बना हुआ है। हालांकि, कुछ दिन तक इंडियन ऑयल कंपनी ने काशीपुर से गैस मंगवाकर कुछ एजेंसियों पर सप्लाई की,
जिससे उपभोक्ताओं को थोड़ी बहुत राहत मिली। लेकिन, रविवार और सोमवार को रक्षाबंधन के कारण प्लांट बंद रहा। इससे किसी भी एजेंसी पर गैस नहीं पहुंची और रसोई गैस का संकट खड़ा हो गया। स्थिति यह है कि बैकलॉग 50 हजार पार कर चुका है। अधिकांश एजेंसियों ने सुबह से ही एजेंसी के बाहर गैस खत्म होने का बोर्ड लगा दिया। जिससें आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।