चारधाम यात्रा के लिए जिलाधिकारी अपने स्तर पर ऑफलाइन पास जारी नहीं करेंगे। इसके लिए देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की ओर से जिलाधिकारियों को यूजर आईडी दी जाएगी। इसके अलावा 15 अक्तूबर के बाद आगे की यात्रा के लिए पांच अक्तूबर से ई-पास पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पंजीकरण प्रक्रिया का सरलीकरण के लिए राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) के माध्यम से वेबसाइट पर मोबाइल और आधार नंबर की व्यवस्था पर काम चल रहा है।
हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा के लिए प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है। जिसमें बदरीनाथ धाम में एक हजार, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 की संख्या दर्शन के लिए प्रतिदिन तय है। देवस्थानम बोर्ड की ओर से तय संख्या के आधार पर पंजीकरण करने वाले यात्रियों को ई-पास जारी किए जा रहे हैं। 15 अक्तूबर तक 69619 ई-पास जारी किए जा चुके हैं।
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि जिलाधिकारी स्तर पर तीर्थ यात्रियों को ऑफलाइन पास जारी नहीं किए जाएंगे। यह व्यवस्था पांच अक्तूबर से लागू की जाएगी। इसके लिए डीएम को यूजर आईडी दी जाएगी।