:- कुंभ मेले के लिए विश्व प्रसिद्ध टिहरी बांध की झील से छोड़ा जाएगा अतिरिक्त पानी
:-हरिद्वार आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं को कुंभ मेले के लिए भरपूर जल मिलेगा
:-कुंभ मेले के लिए टिहरी बांध की झील से पानी छोड़ने के बाद देवप्रयाग ऋषिकेश हरिद्वार में प्राप्त पानी श्रद्धालुओं के लिए स्नान के लिए उपलब्ध रहेगा
:-सर्दी के मौसम में कम बारिश तथा हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी ना होने के कारण गंगा नदी में जल का जलस्तर घट जाता है
:-गंगा घाटों में पानी की कमी ना हो इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को कुंभ मेले के दौरान 160 से लेकर 240 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए मांग भेजी है
:-टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिशासी निदेशक वीके बडोनी का कहना है कि कुंभ मेले में मांग के अनुसार ही टिहरी बांध की झील से पानी छोड़ा जाएगा
हरिद्वार आस्था की डुबकी लगाने के लिए कुंभ मेले के लिए भरपूर जल मिलेगा कुंभ मेले के लिए टिहरी बांध की झील से पानी छोड़ने के बाद देवप्रयाग ऋषिकेश हरिद्वार प्राप्त पानी श्रद्धालुओं के लिए स्नान के लिए उपलब्ध रहेगा हरिद्वार कुंभ मेले का पहला स्नान 14 जनवरी मकर संक्रांति 2021 को होगा कुंभ पर्व पर मां गंगा के डुबकी लगाकर आचमन कर साधु संत श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार रहता है पौराणिक मान्यता ह्रै की कुंभ स्नान से पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है यही कारण है गंगा तट पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है दरअसल की सर्दी के मौसम में कम बारिश तथा हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी ना होने के कारण गंगा नदी में जल का जलस्तर घट जाता है गंगा घाटों में पानी की कमी ना हो इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को कुंभ मेले के दौरान 160 से लेकर 240 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए मांग भेजी है। टीएचडीसी प्रशासन ने भी टिहरी झील से पानी छोड़ने के लिए तैयारियां पूरी कर ली है।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिशासी निदेशक वीके बडोनी का कहना है कि कुंभ मेले में मांग के अनुसार ही टिहरी बांध की झील से पानी छोड़ा जाएगा कुंभ मेले के लिए टिहरी बाद में भरपूर पानी उपलब्ध है पानी निकासी के लिए बांध प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।