चारधाम यात्रा धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में यात्री धाम में पहुंच रहे हैं। मंगलवार को चारों धाम में कुल 1561 तीथयात्रियों ने दर्शन किए। बदरीनाथ धाम में 501, केदारनाथ में 618, गंगोत्री में 158 और यमुनोत्री धाम में 284 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए।
मंगलवार को देवस्थानम बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार बदरीनाथ धाम में 2114 यात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि हेमकुंड साहिब में मंगलवार को 146 यात्री दर्शन के लिए पहुंचे हैं। 21 सितंबर शाम चार बजे तक चारों धामों के लिए 69217 पास जारी किए जा चुके हैं।
केदारनाथ धाम में दिनभर बाबा के जयकारे गूंजते रहे। धाम में कोरोना नियमों के पालन के बीच शाम चार बजे तक 618 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। यात्रा प्रभारी युद्धवीर सिंह पुष्पवाण ने बताया कि पिछले तीन दिनों की अपेक्षा मंगलवार को सुबह से भीड़ रही।
उधर,श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री धाम में कोविड नियमों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही तीर्थयात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क लगाने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।
एसडीएम जोशीमठ को यात्रा संचालन का दायित्व
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने एसडीएम जोशीमठ कुमकुम जोशी को संपूर्ण यात्रा व्यवस्थाओं का दायित्व सौंपा है। पुलिस उपाधीक्षक धन सिंह तोमर, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमा रावत, चिकित्साधिकारी डा. सचिन राणा को बदरीनाथ धाम व यात्रा मार्ग पर एसओपी एवं कोविड गाइडलाइन का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह को बदरीनाथ मंदिर परिसर के अंतर्गत यात्रियों के दर्शन, सफाई व्यवस्था और गाइडलाइन के अनुसार सभी व्यवस्थाएं कराने की जिम्मेदारी दी है। यात्रा मार्ग के होटल, रेस्टोरेंट और आवासीय व्यवस्थाओं में नियमों का पालन कराने के लिए जिला पर्यटन अधिकारी वृजेंद्र पांडे और बदरीनाथ नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए बदरीनाथ नगर पंचायत के ईओ सुनील पुरोहित को दायित्व दिया गया है।सिविल हेलीपैड की व्यवस्थाओं के लिए लोनिवि के सहायक अभियंता विजयपाल को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं बदरीनाथ हाईवे को चार सेक्टरों में बांटकर अलग-अलग अधिकारी नामित किए हैं। डीएम ने सभी अधिकारियों को एसओपी और कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।