हरिद्वार में 56 दिन बाद पहुंचे हजारों यात्री, हरकी पैड़ी में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

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वट अमावस्या पर हजारों यात्री धर्मनगरी पहुंचे। हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। पार्किंग से लेकर बाजारों में भीड़ दिखाई दी। पुलिस भी नरम दिखाई दी। हरकी पैड़ी पर बाजार तो खुलने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दीं। 56 दिनों बाद धर्मनगरी में इतनी संख्या में यात्री दिखाई दिए।

गुरुवार को वट अमावस्‍या पर श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर स्‍नान किया। वहीं महिलाओं ने वट सावित्री व्रत किया। गंगा स्नान के लिए गुरुवार सुबह ही काफी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। पंडित दिन दयाल उपाध्याय पार्किंग में करीब 400 वाहन पहुंचे। यात्रियों ने एक बार फिर हरिद्वार हरकी पैड़ी पर चहलकदमी तेज कर दी।

हरकी पैड़ी के आसपास के बाजार बिना अनुमति के खुलते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने सुबह से लेकर एक बजे तक पूरी तरह नरमी रखी। हरिद्वार आये यात्रियों ने गंगा स्नान भी किया। वहीं अस्थि प्रवाह को पहुंचे लोगों ने अस्थि प्रवाह घाट में विसर्जन किया। वट अमावस्या के कारण हरिद्वार में अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी।

मोती बाजार, बड़ा बाजार की कुछ दुकानें ही बंद रही, अन्य दुकानें खुली रही। अपर रोड का बाजार पूरी तरह खुला रहा। जबकि माला चूड़ी, प्रसाद, समेत अन्य दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं थी। दोपहर एक बजे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बाजार बंद कराया। हरकी पैड़ी पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं। जबकि कुछ ही लोग मास्क पहने नजर आये।

महिलाओं ने की पूजा और व्रत
ज्येष्ठ अमावस्या के दिन सुहागन महिलाओं ने ब्रह्मा की पत्नी सावित्री की प्रसन्नता के लिए व्रत किया था और हमेशा सुहागन रहने का वरदान मांगा। भारतीय प्राच विद्या सोसाइटी के पंडित प्रतीक मिश्रपुरी के अनुसार स्कंद पुराण और भविष्य पुराण दोनों के हिसाब से ये व्रत अपने सौभाग्य की वृद्धि के लिए महिलाएं करती हैं।

इसी दिन सावित्री ने अपने पति की रक्षा यमराज से की थी। ज्योतिष के अनुसार इस दिन अमावस्या को चंद्रमा अपनी उच्च राशि पर आता है, जो की लंबी उम्र प्रदान करता है। कहीं कहीं पर ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को भी ये व्रत किया जाता है। महिलाओं ने गुड़, सत्तू का दान भी किया।

अपने रिश्तेदार के यहां पहुंचे लोग 
हरिद्वार आये अधिकांश लोग अपने रिश्तेदारी में आये और गुरुवार सुबह वट अमावस्या का स्नान भी किया। हरकी पैड़ी के आसपास के कुछ ही होटल में यात्री नजर आये।

कारोबारी बोले
रेस्टोरेंट चलाने वाले रितेश अग्रवाल ने कहा कि कई महीनों बाद रौनक दिखाई दी। सुबह अच्छा काम चला। होटल कारोबारी दीपक कपूर का कहना है कि पार्किंग भरी थी, लेकिन होटल में इतना काम नहीं था। डेढ़ माह बाद बुकिंग आई थी। लेकिन जिस तरह का काम होना चाहिए था ऐसा नहीं हुआ।

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