रूड़की। उत्तराखंड के रुड़की में अस्पतालों में बेड हासिल करने के लिए दर-दर भटक रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए नगर विधायक और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बड़ी पहल की है। इसके तहत सिंचाई विभाग की बिल्डिंग में 150 बेड का कोविड आइसोलेशन सेंटर खोला गया है।
इसका नाम हेल्पिंग हैंड कोविड सेल रखा गया है। सफाई के बाद इसमें करीब 80 बेड भी लगा दिए गए हैं। उधर, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने जिला प्रशासन को सेंटर के लिए कोविड गाइडलाइन के नियमों के तहत अनुमति जारी करने के लिए पत्राचार किया है। इससे रुड़की में कोविड के मरीजों को राहत मिलेगी।
सोमवार को विधायक प्रदीप बत्रा ने सिंचाई विभाग के नवनिर्मित डाटा सेंटर के भवन को कोविड केयर सेंटर के रूप में तैयार करने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल से वार्ता की थी। इसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने विधायक के साथ भवन का निरीक्षण किया।
सहमति बनने पर भवन में काफी समय से जमा धूल आदि को साफ करने के साथ ही सैनिटाइजेशन भी कराया गया। इसके बाद विधायक ने विभिन्न संस्थाओं की मदद से यहां 80 बेड और गद्दे आदि लगवा दिए। विधायक ने बताया कि इस संबंध में जिला प्रशासन एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों से भी वार्ता कर ली गई है।
विधायक प्रदीप बत्रा ने बताया कि वे कई दिनों से जगह की तलाश कर रहे थे। कई बैंक्वेट हॉल भी देखे, लेकिन सभी जगह बुकिंग आदि की समस्या थी। इसके बाद सिंचाई विभाग का खाली पड़ा भवन तलाशा गया। उन्होंने बताया कि यह भवन आबादी से दूर है। सामने की तरफ गंगनहर का किनारा है। इसलिए यह कोविड केयर सेंटर के रूप में पूरी तरह सुरक्षित होगा।
कोविड सेंटर में 80 बेड और गद्दे लगा दिए गए हैं। इसके अलावा दवाएं, थर्मामीटर, ऑक्सीजन मीटर, पानी की बोतल, मास्क और पीपीई किट भी रख दी गई है। जब मरीज भर्ती होंगे तो उनके खाने पीने की व्यवस्था भी की जाएगी। सेंटर में गंभीर मरीजों के लिए वेंटीलेटर की सुविधा भी दी जाएगी।
डाटा सेंटर में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर के बाहर कोरोना जांच के लिए बूथ भी बनाया जाएगा। इसके लिए सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकों से भी वार्ता की जा रही है। इस बूथ पर शहर का कोई भी व्यक्ति पहुंचकर अपनी जांच करा सकता है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. विकास त्यागी ने बताया कि कोविड आइसोलेशन सेंटर के लिए जो भी मदद संभव होगी, वह दी जाएगी। इसके लिए मंगलवार को आईएमए की बैठक बुलाई गई है। इसमें विचार किया जाएगा कि चिकित्सक किस तरह से योगदान दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि विधायक ने स्टाफ देने की बात कही है। उन्होंने बताया कि आईएमए सेंटर को ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल भी बनाकर देगा। इसमें यह बताया जाएगा कि किस स्टेज तक मरीज ट्रीटमेंट देना है और किस समय रेफर करना है।