लाडो के दूल्हे की आपराधिक कुंडली खंगाल रहे बाबुल, कोतवाली और थानों से जुटाई जा रही जानकारी

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शादी के बाद लाडो के भविष्य पर दामाद के आपराधिक चरित्र का असर न पड़े, इसके लिए बाबुल विशेष ध्यान रख रहे हैं। जी हां! जिस युवक से बेटी का रिश्ता हुआ है, पिता कोतवाली और थानों में उसकी आपराधिक कुंडली खंगाल रहे हैं। पुलिस उनकी मौखिक रूप से सहायता कर इस पहल की सराहना भी कर रही है।

अब आपराधिक कुंडली भी खंगाली जा रही
पिता और बेटी का रिश्ता दुनिया में सबसे अधिक पवित्र होता है। एक पिता बेटी के चेहरे पर खुशियां लाने के लिए हर प्रयास करता है, लेकिन एक पल ऐसा भी आता है, जब पिता के आंगन से बेटी को शादी कर जाना होता है। बेटी को अच्छा ससुराल और दामाद मिले, इसके लिए भी पिता कोई कसर नहीं छोड़ता है। बेटी की शादी से पहले पिता होने वाले दामाद की शैक्षिक योग्यता, नौकरी और उसके परिवार की पूरी जानकारी जुटाता है, लेकिन अब उनकी आपराधिक कुंडली भी खंगाली जा रही है।

पिता कोतवाली और थानों में पहुंचकर होने वाले दामाद के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं कि उसका कोई आपराधिक इतिहास तो नहीं है। ऐसा तो नहीं है कि वह चोरी, लूट या हत्या जैसे मामलों में जेल जा चुका है या उसका नाम आ चुका है। इस तरह की कई जानकारी जुटाकर ही बेटी की शादी करने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। इस नई पहल की पुलिस भी सराहना कर रही है और मानवीय आधार पर उन्हें जानकारी दे रही है।
मानवीय आधार पर मौखिक और गोपनीय रूप से जानकारी दे देनी चाहिए
केस नंबर एक
एक गांव निवासी सुधीर कुमार (काल्पनिक नाम) सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे। बताया कि उन्होंने रुड़की के एक गांव निवासी युवक से बेटी की शादी तय की है। वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। उसके खिलाफ कोई आपराधिक केस तो नहीं है, इसकी जानकारी चाहिए। पुलिस ने रजिस्टर देखकर बताया कि कोई केस नहीं है। इस पर पिता खुशी-खुशी लौट गया।

केस नंबर दो
सहारनपुर जिले के किसान नेपाल सिंह (काल्पनिक नाम) ने सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचकर बताया कि उनकी बेटी का रिश्ता रुड़की के एक गांव निवासी युवक से हुआ है। फरवरी में शादी है। कुछ रिश्तेदारों ने बताया है कि होने वाले दामाद के खिलाफ केस दर्ज है। अगर ऐसा कुछ है तो बता दीजिए। पुलिस ने रजिस्टर देखा तो पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है।

यह एक अच्छी पहल है। एक पिता अपनी बेटी की खुशी के लिए अगर ऐसा कर रहा है तो पुलिस को भी मानवीय आधार पर मौखिक और गोपनीय रूप से जानकारी दे देनी चाहिए।
-प्रमेंद्र डोबाल, एसपी देहात

 

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