हरिद्वार। डाक कांवड़ की आमद के साथ श्रावण मास कांवड़ मेला अपने चरम पर पहुंच चुका है। पूरी कुंभ नगरी शिवमय हो चुकी है। डाक कांवड़ के वाहनों से पार्किंग भर चुकी हैं। हरकी पैड़ी से लेकर हाईवे तक केवल बम-बम-बोल बम की गूंज सुनाई पड़ रही है। डाक कांवड़ के डीजे पर शिवभक्त झूमते-नाचते आगे बढ़ रहे हैं।
मंगलवार को 57.20 लाख कांवड़ यात्रियों ने गंगा जल भरा। जबकि मेला शुरू होने से मंगलवार शाम तक कुल 1.92 करोड़ कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगा जल लेकर रवाना हो चुके हैं। बुधवार को यह आंकड़ा ढाई करोड़ को पार करना तय है। आज भी कावड़ियों का काफिला हरिद्वार पहुंच रहा है।
पहले हफ्ते पहुंचे 70 लाख से अधिक पैदल कांवड़ यात्री
चार जुलाई से शुरू हुए श्रावण मास कांवड़ मेले में पहले एक सप्ताह पैदल कांवड़ यात्रियों का आवागमन रहा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा व पंजाब आदि राज्यों से 70 लाख से अधिक पैदल कांवड़ यात्रियों ने हरिद्वार पहुंचकर गंगा जल भरा। 10 जुलाई से डाक कांवड़ जोर पकड़ गई।
भारी बारिश के बावजूद कांवड़ यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई। बल्कि हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड, मालवीय घाट, कांगड़ा घाट, नाईसोता, सुभाष घाट, कुशावर्त, बिरला घाट के अलावा आस पास के तमाम घाटों पर कांवड़ यात्री ही कांवड़ यात्री नजर आ रहे हैं।
लगे बम-बम भोले के नारे
डाक कांवड़ पर लगे विशाल डीजे की धुन पर कांवड़ यात्री शिवभजनों पर मदमस्त होकर थिरक रहे हैं। मंगलवार को कांवड़ यात्रियों के आने और लौटने का सिलसिला जारी रहा। हजारों की संख्या में ट्रक, लोडर और दुपहिया वाहनों से कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे। जिनसे बैरागी कैंप, चमगादड़ टापू, पंतद्वीप, गौरीशंकर आदि पार्किंग भर गई।
कावड़ यात्रियों के लिए डायवर्ट किए गए रूट
मंगलवार को 57.20 लाख कांवड़ यात्रियों के रवाना होने के साथ ही मेले में अभी तक कांवड़ यात्रियों की संख्या 1.92 करोड़ हो गई है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि डाक कांवड़ को देखते हुए अन्य यातायात को दूसरे मार्गों से डायवर्ट कर दिया गया है। कांवड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए रास्ते पर सभी व्यवस्थाएं की गई है। इसके साथ ही पुलिस लगातार शांति बनाए रखने के लिए अलर्ट मोड में है।