रूड़की। संवाददाता। आत्महत्या करना आजकल चिंताओं से मुक्ति पाने का जैसे टेंªड सा बन गया हो, मगर जब आईआईटी जैसे संस्थान का छात्र हाॅस्टल के ही कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ले, तो मामला हैरान कर देता है। पुलिस को मामलें में कोई सोसाइड नोट भी नहीं मिला है।
करीब एक माह पहले गोपीनाथ बस स्टैंड के पास आगरा रोड मैनपुरी उत्तर प्रदेश निवासी अमन चैहान उम्र 21 वर्ष पुत्र दिनेश चंद्र ने आइआइटी में एमएससी रसायन विज्ञान प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था। शुक्रवार की रात मैस में खाना खाने के बाद वह गंगा भवन हॉस्टल में अपने कमरा नंबर 111 में चला गया।
शनिवार की दोपहर करीब एक बजे उसके कमरे के दरवाजे से सटी खिड़की की जाली से किसी छात्र ने अमन का शव लटका देखा तो शोर मचा दिया। जिस पर आसपास के कमरों में रहने वाले अन्य छात्र भी मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में आइआइटी के सुरक्षाकर्मी और कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने खिड़की की जाली काटकर उससे सटे कमरे की अंदर से कुंडी हटाकर कमरे का दरवाजा खोला। इसके बाद पुलिस ने छात्र का शव नीचे उतारा। जिस समय यह घटना हुई उस समय अमन का रूम-पार्टनर मोहित अपने घर दिल्ली गया था। छात्र ने मोहित के बेड पर कुर्सी रखकर बेडशीट का फंदा बनाकर फांसी लगाई थी।
पुलिस ने सहपाठी अभिनव से पूछताछ की। उसने बताया कि अमन का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। आइआइटी प्रबंधन की तरफ से छात्र के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने शव का पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।