हरिद्वार। संवाददाता। कुछ लोगों ने कमेटी के नाम पर हरिद्वार समेत आसपास के क्षेत्रों के करीब 60 हजार लोगों से 65 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी पुलिस टीमें भेजी गई हैं। पुलिस ने आरोपी के घर से एक लैपटॉप, हार्डडिस्क, तीन बैंक एकाउंट की पासबुक और कमेटी से जुड़े दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
पीड़ितों की शिकायत पर शहर कोतवाली पुलिस ने 22 अगस्त रात को कनखल निवासी सविंदर सिंह और उसकी पत्नी गुरप्रीत उर्फ निशी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था। पीड़ितों का आरोप है कि सविंदर कमेटी के नाम पर उनकी रकम लेकर फरार हो गया। एक रोज पहले पुलिस आरोपी की पत्नी गुरप्रीत को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि पति फरार चल रहा है। गुरप्रीत का हरिद्वार में जीआइजी नाम से मार्ट भी है।
पिछले दो दिनों में पुलिस को इस सिलसिले में ढाई हजार शिकायतें मिल चुकी हैं। इनके आधार पर पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन की तो पता चला कि दंपती ने लगभग साठ हजार लोगों को झांसे में लिया और मुनाफे का प्रलोभन देकर उनसे करीब 65 करोड़ रुपये जमा कराए। यह रकम और भी ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है।
इधर, आरोपी सविंदर के परिचितों से भी पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन कोई खास सुराग नहीं हाथ लगा। आरोपी की पत्नी भी पुलिस को सही-सही जानकारी देने की बजाय टहला रही है। पुलिस ने सविंदर के घर की तलाशी ली। करीब पांच घंटे तक चली तलाशी अभियान में पुलिस ने घर से एक लैपटॉप, हार्डडिस्क, कमेटी के रुपये का हिसाब लिखी डायरी बरामद की है।
कोतवाली निरीक्षक चंद्रभान सिंह ने बताया कि सविंदर किराए के मकान में रहता है। तलाशी के दौरान मकान मालिक और सविंदर के पिता मौजूद थे। सविंदर के तीन बैंक एकाउंट का भी पता चला है। पुलिस आरोपी के मार्ट की तलाशी की भी तैयारी कर रही है।