चीन के पत्थरबाज सिपाही: घुसपैट से रोका तो पत्थर फैकने लगे

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  • जब चीनी सेना ने देखा कि भारतीय सैनिकों ने मानव श्रृंखला बनाकर उनका आगे बढ़ने का रास्ता रोक दिया है तो उन्होंने पत्थर फेंकने शुरु कर दिए। इसके बाद भारतीय जवानों ने भी पत्थरबाजी करके मुंहतोड़ जवाब दिया।
  • चीन और भारत के बीच करीब 4 हजार किलोमीटर का सीमा क्षेत्र है वहां पर आनेवाले दिनों में भारत का रक्षा खर्च काफी बढ़नेवाला है। 
  • चीन की आंखों में लगातार भारत का विकास खटक रहा है यही वजह है कि वह सीमा पर भारत को उलझाए रखना चाहता है

लद्दाख: 15 अगस्त को जब पूरा देश आज़ादी के जश्न में डूबा हुआ था चीनी सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में घुसपैठ की नाकाम कोशिशें की। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान मंगलवार की सुबह लद्दाख के प्रसिद्ध झील पैगगांग के तटवर्ती रास्ते से दो बार घुस आए। लद्दाख के सामरिक महत्व के क्षेत्र फिंगर 4 और फिंगर 5 इलाकों में चीन की तरफ से यह घुसपैठ सुबह छह बजे और फिर दोबारा नौ बजे की गई। हालांकि, दोनों ही मौके पर भारतीय सुरक्षाबलों ने पीएलए को खदेड़ दिया। जब चीनी सेना ने देखा कि भारतीय सैनिकों ने मानव श्रृंखला बनाकर उनका आगे बढ़ने का रास्ता रोक दिया है तो उन्होंने पत्थर फेंकने शुरु कर दिए। इसके बाद भारतीय जवानों ने भी पत्थरबाजी करके मुंहतोड़ जवाब दिया। हालात पर काबू होने के लिए परंपरागत बैनर ड्रिल की गई। जिसके तहत दोनों सेनाओं ने अपना अपना स्थान लिया।

लद्दाख में फिंगर-4 पर दावा ठोंकने वाली चीन सेना ने पहली बार घुसपैठ के लिए यह रास्ता चुना है। आज से करीब करीब 25 साल पहले भारत ने अपने दावे पर बातचीत शुरू की तो चीन ने वहां सड़क बना ली और दावा किया कि वह अक्साई चिन का हिस्सा है। चीन ने फिंगर-4 पर जो सड़क बनाई है वह सिरी जाप क्षेत्र में खत्म होती है जो भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के 5 किमी अंदर आकर खत्म होती है। चीन के इस कदम को रक्षा और विदेश मामलों के जानकार बेहद ख़तरनाक मान रहे हैं।

चीन को खटक रहा है भारत का विकास

चीन और भारत के बीच करीब 4 हजार किलोमीटर का सीमा क्षेत्र है वहां पर आनेवाले दिनों में भारत का रक्षा खर्च काफी बढ़नेवाला है। चूंकि, चीन की आंखों में लगातार भारत का विकास खटक रहा है यही वजह है कि वह सीमा पर भारत को उलझाए रखना चाहता है। चीन जहां एक तरफ भारत को एनएसजी और मसूद अजहर पर रोक रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ऐसा भी हो सकता है कि पाकिस्तान की तरफ से भारत में दाखिल हुए आतंकवादियों को चीन की तरफ से फंडिंग की जा रही हो। इतना ही नहीं, चीन लगातार पाकिस्तान को भारत के खिलाफ उकसावेपूर्ण कार्रवाई के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

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