देहरादून। संवाददाता। अब सूबें के विद्यार्थियों के लिए रायपुर डिग्री काॅलेज पोस्ट ग्रेजुएट करने के लिए एक अच्छा विकल्प होने जा रहा है। डिग्री कॉलेज को इसी सत्र से स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। इस सत्र से यहां कला संकाय में पीजी की कक्षाएं प्रारंभ होंगी। अगले सत्र से ग्रेजुएशन में यहां संस्कृत विषय भी होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मालदेवता में महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण पर यह घोषणा की। सीएम ने महाविद्यालय में शौर्य दीवार का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने महाविद्यालय में चार अतिरिक्त करायपुर डिग्री काॅलेज से कर सकेंगे पीजी
देहरादून। संवाददाता। अब सूबें के विद्यार्थियों के लिए रायपुर डिग्री काॅलेज पोस्ट ग्रेजुएट करने के लिए एक अच्छा विकल्प होने जा रहा है। डिग्री कॉलेज को इसी सत्र से स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। इस सत्र से यहां कला संकाय में पीजी की कक्षाएं प्रारंभ होंगी। अगले सत्र से ग्रेजुएशन में यहां संस्कृत विषय भी होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मालदेवता में महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण पर यह घोषणा की। सीएम ने महाविद्यालय में शौर्य दीवार का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने महाविद्यालय में चार अतिरिक्त कक्ष बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों को स्तरीय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांग पर सीएम ने घोषणा की कि रायपुर डिग्री कॉलेज का नाम अब राजकीय महाविद्यालय रायपुर-मालदेवता होगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुरूह क्षेत्र की छात्राओं की सहूलियत के लिए यहां कक्षाएं सुबह नौ बजे शुरू की जाएं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को मजबूत आधार देना का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने स्किल इंडिया व स्वच्छ भारत अभियान पर भी बात की। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि महाविद्यालय के लिए ट्रासपोर्टेशन व्यवस्थित किया जाएगा। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि कॉलेज का निर्माण रायपुर-मालदेवता के आसपास के दूरस्त क्षेत्रों के बच्चों के लिए एक अहम कदम है। इन क्षेत्र की जो बेटियां दूर पढ़ने नहीं जा सकती, वह यहां पढ़ पाएंगी। उन्होंने महाविद्यालय को फर्नीचर के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की। महाविद्यालय में संस्कृत के साथ ही भूगोल व समाजशास्त्र शुरू करने व खैरी के लिए उन्होंने ट्यूबवेल की मांग भी मुख्यमंत्री से की। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद जनसमूह के साथ प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम सुना। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह, शिक्षा निदेशक वीएस मलकानी, ब्लाक प्रमुख बीना बहुगुणा, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
रायपुर डिग्री काॅलेज से कर सकेंगे पीजी
देहरादून। संवाददाता। अब सूबें के विद्यार्थियों के लिए रायपुर डिग्री काॅलेज पोस्ट ग्रेजुएट करने के लिए एक अच्छा विकल्प होने जा रहा है। डिग्री कॉलेज को इसी सत्र से स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। इस सत्र से यहां कला संकाय में पीजी की कक्षाएं प्रारंभ होंगी। अगले सत्र से ग्रेजुएशन में यहां संस्कृत विषय भी होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मालदेवता में महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण पर यह घोषणा की। सीएम ने महाविद्यालय में शौर्य दीवार का भी लोकार्पण किया।
उन्होंने महाविद्यालय में चार अतिरिक्त कक्ष बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों को स्तरीय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांग पर सीएम ने घोषणा की कि रायपुर डिग्री कॉलेज का नाम अब राजकीय महाविद्यालय रायपुर-मालदेवता होगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुरूह क्षेत्र की छात्राओं की सहूलियत के लिए यहां कक्षाएं सुबह नौ बजे शुरू की जाएं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को मजबूत आधार देना का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने स्किल इंडिया व स्वच्छ भारत अभियान पर भी बात की। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि महाविद्यालय के लिए ट्रासपोर्टेशन व्यवस्थित किया जाएगा। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि कॉलेज का निर्माण रायपुर-मालदेवता के आसपास के दूरस्त क्षेत्रों के बच्चों के लिए एक अहम कदम है। इन क्षेत्र की जो बेटियां दूर पढ़ने नहीं जा सकती, वह यहां पढ़ पाएंगी। उन्होंने महाविद्यालय को फर्नीचर के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की। महाविद्यालय में संस्कृत के साथ ही भूगोल व समाजशास्त्र शुरू करने व खैरी के लिए उन्होंने ट्यूबवेल की मांग भी मुख्यमंत्री से की। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद जनसमूह के साथ प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम सुना। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह, शिक्षा निदेशक वीएस मलकानी, ब्लाक प्रमुख बीना बहुगुणा, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
क्ष बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों को स्तरीय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांग पर सीएम ने घोषणा की कि रायपुर डिग्री कॉलेज का नाम अब राजकीय महाविद्यालय रायपुर-मालदेवता होगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुरूह क्षेत्र की छात्राओं की सहूलियत के लिए यहां कक्षाएं सुबह नौ बजे शुरू की जाएं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को मजबूत आधार देना का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने स्किल इंडिया व स्वच्छ भारत अभियान पर भी बात की। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि महाविद्यालय के लिए ट्रासपोर्टेशन व्यवस्थित किया जाएगा। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि कॉलेज का निर्माण रायपुर-मालदेवता के आसपास के दूरस्त क्षेत्रों के बच्चों के लिए एक अहम कदम है। इन क्षेत्र की जो बेटियां दूर पढ़ने नहीं जा सकती, वह यहां पढ़ पाएंगी। उन्होंने महाविद्यालय को फर्नीचर के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की। महाविद्यालय में संस्कृत के साथ ही भूगोल व समाजशास्त्र शुरू करने व खैरी के लिए उन्होंने ट्यूबवेल की मांग भी मुख्यमंत्री से की। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद जनसमूह के साथ प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम सुना। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह, शिक्षा निदेशक वीएस मलकानी, ब्लाक प्रमुख बीना बहुगुणा, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।