कोरोना से लड़ने को चम्पावत प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तैयार : 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार, आइसीयू बनाने की तैयारी

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चम्पावत : उत्तराखंड का संवेदनसील जिला है चम्पावत। जिले की अंतर राष्ट्रीय सीमा नेपाल से जुडी है। पुन्यगिरी मन्दिर के कारण बड़ी संख्या में यहाँ श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में कोरोना बीमारी की चुनौती यहाँ गंभीर हो जाती है। इससे निपटने के लिए प्रशासन चाकचौबंद है तथा पूरी तैयारी में जुट गया है।  

कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने व्यवस्थाएं और पुख्ता करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जिला अस्पताल में 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार हो गया है। वार्ड में आने व जाने के दो अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। वहीं आइसीयू बनाने को लेकर भी कवायद युद्ध स्तर पर चल रही है। जल्द जिला अस्पताल को दो वेंटीलेटर मिल जाएंगे।

साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने कोविड-19 रिस्पांस टीमों का गठन कर दिया है। डीएम ने सभी अधिकारियों को गंभीरता के साथ जिम्मेदारी का निर्वहन करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि कोरोना के साथ जंग में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

शुक्रवार को डीएम ने कोरोना संक्रमण को लेकर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। डीएम ने बताया कि सभी एसडीएम को क्षेत्र का अध्यक्ष नामित किया गया है। टीम में सीओ, बीडीओ, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, थानाध्यक्ष को शामिल किया गया है। चम्पावत में निगरानी टीम में सीएमओ, ईई ग्रामीण निर्माण को देखरेख की जिम्मेदारी दी है। लोहाघाट में एसओ और सीएमएस को जिम्मेदारी सौपी गई है। पाटी में थानाध्यक्ष, प्रभारी चिकित्साधिकारी को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पूर्णागिरि तहसील में एसडीएम के नेतृत्व में सीओ, सीएमएस, लोनिवि को जिम्मेदारी दी गई है। बताया कि लॉजिस्टिक, फाइनेंस टीम में एडीएम और डीडीओ को अध्यक्ष बनाया गया है। बैठक में एडीएम टीएस मर्तोलिया, सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी, एसडीएम अनिल गब्र्याल, शिप्रा जोशी आदि शामिल रहे।

इससे पहले सोमवार को एडीएम टीएस मर्तोलिया ने सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी व एसडीएम अनिल गब्र्याल के साथ जिला अस्पताल के हालातों का जायजा लिया। अस्पताल में उमड़ी भीड़ को देखते हुए एडीएम ने सीएमएस डॉ. आरके जोशी को अलग से जाच कक्ष बनाने के निर्देश दिए। सीएमओ ने बताया कि जिला अस्पताल में तैयार किया गया आइसोलेशन वार्ड में महज दो बेड हैं। मरीजों के आने पर व्यवस्था नाकाफी साबित होगी। सीएमएस ने बताया कि जिला अस्पताल में दो भवन हैं। नीचे वाले भवन में जनरल वार्ड अन्य मरीजों की जाच की जाएगी। जबकि ऊपर वाले भवन में खासी, सर्दी सहित बुखार के रोगी देखे जाएंगे।

बताया कि इसी भवन में 30 बेड लगाए जा सकते हैं, जिनमें कोरोना जाच से संबंधित मरीजों को भर्ती किया जा सकता है। इसको देखते हुए सीएमएस डॉ. आरके जोशी के निर्देश पर जिला अस्पताल में 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया। वहीं कोरोना संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन करने के लिए वन चेतना केंद्र, एसई पीडब्लूडी गेस्ट हाउस व टीआरसी में व्यवस्था की जा रही है। वहीं डीएम एसएन पांडे ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए तीन से चार बेड का आइसीयू भी तैयार करने की कवायद की जा रही है। शासन से दो वेंटीलेटर मिलने की उम्मीद है। दो वेंटीलेटर और खरीदने के लिए सीएमएस को निर्देश दिए गए हैं। जिसका बजट आपदा से दिया जाएगा। अन्य चीजों की भी व्यवस्था की जा रही है। जिससे किसी प्रकार की मरीज को दिक्कत न हो।

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