चम्पावत : चंपावत उपचुनाव की सरगर्मियां तेजी हैं। जनपद के सीमांत गांव के तीन गांव ऐसे है जो वोट तो देना चाहते हैं लेकिन मतदान केंद्र की दूरी अत्यधिक दूर होने के कारण वह वोट नहीं दे पाते। कारण कि वह दो तहसीलों की सीमाओं में फंसे हैं। उनके गांव से दो किमी दूरी पर बूथ तो वह है, लेकिन वह दूसरी तहसील का बूथ है। उनका बूथ 15 किमी दूर रियासी बमनगांव में हैं।
बूथ तक जाने के लिए उन्हें दो दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। या तो वह 15 किमी विषम रास्तों को पार कर खड़ी चढ़ाई चढ़ते हुए बूथ तक पहुंचे या फिर 350 किमी का लंबा रोड से सफर तय कर वोट डालें। सीम से वाया टनकपुर, चम्पावत होते हुए उन्हें एक तरफ करीब 175 किमी की दूरी तय करनी होगी।
सीम गांव में 12 परिवार, खेत और ब्यूरी में आठ-आठ परिवार निवास करते हैं। इन तीनों गांवों में मतदाताओं की संख्या 100 के करीब है। तीनों गांव चम्पावत तहसील की ग्राम पंचायत रिसासी बमनगांव के अंतर्गत आते हैं। इन गांवों से रियासी बमनगांव बूथ की दूरी 15 किमी है। इनका सबसे नजदीकी बूथ चूका है लेकिन पूर्णागिरि तहसील टनकपुर के अंतर्गत आने के कारण ये वहां मतदान नहीं कर सकते हैं।
अब सीएम पुष्कर सिंह धामी के उपचुनाव में ग्रामीण विकास की आस में वोट तो देना चाह रहे हैं लेकिन यह गंभीर समस्या मुंह बाएं खड़ी है। ग्रामीण माखन सिंह, अमर सिंह, सोबन सिंह, सृष्टि देवी ने जिला प्रशासन से उनका बूथ चूका में ही बनाए जाने की मांग की थी लेकिन प्रशासन ने चुनाव प्रक्रिया शरू होने का हवाला देते हुए फिलहाल बूथ को चूका शिफ्ट करने से इंकार कर दिया है।
यहां के मतदाताओं के लिए सिर्फ खड़ी चढ़ाई पार करना ही एक मात्र चुनौती नहीं है। सड़क से मतदान केंद्र तक पहुंचने में भी वाया टनकपुर-चम्पावत होते हुए 175 किमी का सफर तय करना पड़ता है। बूथ तक जाने और आने में 350 किमी का रास्ता हो जाता है। इस स्थिति में बुजुर्ग और बीमार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते जिससे मतदान प्रतिशत भी कम रहता है।
डीएम चम्पावत नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि सीम, खेत और ब्यूरी के मतदाताओं को उपचुनाव में रिसासी बमनगांव बूथ में ही मतदान करना होगा। चुनाव प्रक्रिया चलने के कारण बूथ को चूका में करना अभी संभव नहीं है। आगामी चुनावों में मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बूथ को चूका में शिफ्ट किया जाएगा।