बागेश्वर। बागेश्वर जिले में बारिश का दौर थम गया है, लेकिन एक जिला मार्ग समेत 17 ग्रामीण मार्ग अब भी यातायात के लिए सुचारू नहीं हो सके हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। आसमान में बादल छाते ही फिर भूस्खलन और मलबा गिरने का भय बना हुआ है। चीन सीमा तक जाने वाले मार्ग के बंद होने से उच्च हिमालय जाने के लिए इनर परमिट पर तीन दिन के लिए रोक लगा दी है।
बीते 29 और 30 जून को कपकोट, दुगनाकुरी तहसील क्षेत्र में अतिवृष्टि हुई। जिसके जख्म अभी नहीं भर सके हैं। जिसके कारण 18 सड़कों पर अभी यातायात सुचारू नहीं हो सका है। शुक्रवार को कमेड़ीदेवी, असों-बकसूना, नामतीचेटाबगड़, असों- बैड़ापाकड़, हरसिंग्याबगड़- विनायक-गोगिना , पोथिंग-शोभकुंड, कपकोट -गैरखेत, गडेरा, झारकोट-सुंदिल-जुन्याल, कठपुड़ियाछीना, जैंसर-रियूनीलखमार, खातीगांव-देवतोली, हरिसला-पुड़कुनी, बड़ीपन्याली, तोली, सनेती, कपकोट-कर्मी, बैड़ा-मझेड़ा-जारती समेत 17 ग्रामीण और एक जिला मार्ग बंद रहें।
बारिश का आंकड़
गरूड़- 18 एमएम
कपकोट- शून्य
बागेश्वर- शून्य
नदियों का जलस्तर घटा
सरयू-865.40 मीटर
गोमती- 862.50 मीटर
बैजनाथ बैराज- 1112.5 मीटर