- टॉप्स में चुने में खिलाडियों को गेम्स की तैयारियों के लिए हर माह पचास हजार रुपये भत्ता मिलेगा
- टॉप्स में उत्तराखंड के खिलाडियों का चयन गौरव की बात है
- टॉप्स में उत्तराखंड से रियो ओलंपिक में 20 किमी वॉक रेस में 13वें स्थान पर रहे एथलीट मनीष सिंह रावत, वर्ल्ड जूनियर नंबर वन शटलर लक्ष्य सेन तथा वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके कविंद्र सिंह बिष्ट शामिल हैं
वॉक रेसर मनीष सिंह रावत का कहना है कि खिलाड़ियों को तैयारी के लिए आर्थिक सहयोग की जरूरत पड़ती है. केंद्र सरकार ने पहल करके खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है. सरकार ने जो भरोसा दिखाया है, उससे मनोबल बढ़ा है साथ ही खुद को साबित करने का मौका है. देश के लिए पदक जीतने के लिए अब और मेहनत करुंगा. शटलर लक्ष्य सेन का कहना है कि केंद्र सरकार ने जो आर्थिक देने की घोषणा की है उससे निश्चित तौर पर खिलाड़ियों को अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी. सीधे खाते में केंद्र की ओर से मिलने वाले भत्ते से खिलाड़ी तैयारियों के लिए अपनी जिम्मेदारी समझेंगे. मेरा ओलंपिक में पदक जीतने पर पूरा फोकस करुंगा. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज कविंद्र सिंह बिष्ट का कहना है कि अभी तक हम खुद के खर्च से ही सारी सुविधाएं जुटाते थे. केंद्र सरकार ने अच्छी पहल की है. इससे हमें अपना लक्ष्य तय करने पर आसानी होगी.
देहरादून (एजैन्सीएज): केंद्र सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) में चुने गए देश के 152 एलीट एथलीटों की जारी सूची में उत्तराखंड के भी तीन खिलाड़ी शामिल हैं. इन खिलाड़ियों को 2020 टोक्यो ओलंपिक और अगले साल होने वाले एशियन व कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों के लिए हर माह पचास हजार रुपये भत्ता मिलेगा. केंद्र सरकार की ओर से दिए गए तोहफे पर खिलाड़ियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने जो विश्वास दिखाया है उस पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. टॉप्स में उत्तराखंड के खिलाडियों का चयन गौरव की बात हैं.
केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने हाल ही में उन चिह्नित खिलाड़ियों को जिनसे ओलंपिक, कॉमनवेल्थ व एशियन गेम्स जैसी विश्वस्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने की उम्मीदें हैं उनको तैयारी के लिए हर माह 50 हजार रुपये भत्ता देने की घोषणा की थी. युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण ने विभिन्न खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे 152 खिलाड़ियों की सूची जारी की है.
इनमें उत्तराखंड से रियो ओलंपिक में 20 किमी वॉक रेस में 13वें स्थान पर रहे एथलीट मनीष सिंह रावत, वर्ल्ड जूनियर नंबर वन शटलर लक्ष्य सेन और हाल ही में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके कविंद्र सिंह बिष्ट शामिल हैं. सगर चमोली निवासी मनीष रावत पहले भी टॉप्स में शामिल रहे हैं.
अल्मोड़ा निवासी 15 वर्षीय लक्ष्य सेन वर्तमान में देश के उभरते हुए शटलर हैं. उन्होंने इसी साल बेल्जियम ओपन बैडमिंटन में एकल वर्ग का खिताब जीता है. वहीं, पिथौरागढ़ निवासी कविंद्र बिष्ट ने जर्मनी में हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया. लक्ष्य और कविंद्र को पहली बार टॉप्स में शामिल किया गया है.
ओलंपियन वॉक रेसर मनीष सिंह रावत का कहना है कि खिलाड़ियों को तैयारी के लिए आर्थिक सहयोग की जरूरत पड़ती है. केंद्र सरकार ने पहल करके खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है. सरकार ने जो भरोसा दिखाया है, उससे मनोबल बढ़ा है साथ ही खुद को साबित करने का मौका है. देश के लिए पदक जीतने के लिए अब और मेहनत करुंगा.
वर्ल्ड जूनियर नंबर वन शटलर लक्ष्य सेन का कहना है कि केंद्र सरकार ने जो आर्थिक देने की घोषणा की है उससे निश्चित तौर पर खिलाड़ियों को अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी. सीधे खाते में केंद्र की ओर से मिलने वाले भत्ते से खिलाड़ी तैयारियों के लिए अपनी जिम्मेदारी समझेंगे. मेरा ओलंपिक में पदक जीतने पर पूरा फोकस करुंगा.
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज कविंद्र सिंह बिष्ट का कहना है कि अभी तक हम खुद के खर्च से ही सारी सुविधाएं जुटाते थे. केंद्र सरकार ने अच्छी पहल की है. इससे हमें अपना लक्ष्य तय करने पर आसानी होगी.