बाघों, हाथियों समेत विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों, पक्षियों के लिए पूरी दुनिया में पर्यटकों के बीच चर्चित जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अब महिलाएं भी पर्यटकों को सफारी कराएंगीं। साथ ही वे पर्यटकों को वन्यजीवों के बारे में जानकारी भी देंगी। इसके लिए पहले चरण में 24 महिलाओं को जिम कॉर्बेट पायलट के तौर पर चयनित किया गया है। देहरादून स्थित आईडीटीआर झाझरा में उनका प्रशिक्षण शुरू भी कर दिया गया है। इसका शुभारंभ वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने मंगलवार को किया।
वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के अनुसार सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाया गया यह ऐतिहासिक कदम है। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने कहा कि जिम कॉर्बेट पायलट केरूप में चयनित महिलाएं ना सिर्फ पर्यटकों को सफारी कराएंगी बल्कि हाथी, बाघ, तेंदुआ, हिरण समेत सभी वन्यजीवों, पक्षियों के बारे में भी जानकारी भी देंगी। फिलहाल उन्हें गाड़ी चलाने का 21 दिन का परीक्षण किया जा रहा है। उसके बाद जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के विशेषज्ञ और सफारी चालक महिलाओं को वन्यजीवों के बारे में भी विस्तार से जानकारी देंगे। चयनित महिलाओं को वन्यजीवों के स्वभाव व किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति से निपटने को लेकर भी गुर सिखाए जाएंगे। अगले चरणों में राजाजी टाइगर रिजर्व में भी पायलट के तौर पर महिलाओं का चयन किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव अनूप मलिक, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व निदेशक राहुल, राजाजी टाइगर रिजर्व निदेशक डीके सिंह, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त अखिलेश तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गाइड के तौर पर पहले ही काम कर छह महिलाएं
यह पहली बार नहीं है जब जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में महिलाओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए चयनित किया गया है इससे पूर्व छह महिलाएं टाइगर रिजर्व गाइड के तौर पर चयनित की गई थी। वे पर्यटकों को वन्यजीवों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं।