देहरादून। संवाददाता। अब अगर आपको जिम कॉर्बेट पार्क का भ्रमण करना है तो साथ में एक थैला भी लेकर जाना पड़ेगा। इस थैले में आपके द्वारा उपयोग की गई चीजों को जमा करके कूड़ेदान में डालना होगा। विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को स्वच्छ रखने के लिए कॉर्बेट प्रशासन ने यह व्यवस्था शुरू की है। इससे स्थानीय महिलाओं को मिलने वाले रोजगार से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पहले चरण में इसकी शुरूआत ढेला पर्यटन जोन से की गई है।
बता दें कॉर्बेट पार्क में देसी विदेशी पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं और वह अपने साथ खाद्य पदार्थ भी ले जाते हैं। जिसका कूड़ा वह जंगल में फेंक देते हैं। जंगल में फैले इस कूड़े से वन्य जीवों को भी नुकसान होता है। इसी के तहत भारत सरकार की स्वच्छता मुहिम को आगे बढ़ाते हुए कॉर्बेट प्रशासन ने ढेला की महिलाओं से पर्यटकों के लिए कॉटन के थैले तैयार कराए हैं।
इन थैलों को पर्यटक अपने साथ जंगल में भ्रमण के दौरान ले जाएंगे। पर्यटकों का जो भी कूड़ा होगा, उसे वह थैले में ही रखकर बाहर लेकर आएंगे और कूड़े को कूड़ेदान में डालेंगे। पर्यटकों को यह बैग 50 रुपये में दिया जाएगा। रोजाना नब्बे थैले बनाकर महिलाएं ढेला गेट पर पर्यटकों को देंगी। इससे गांव की महिलाओं को रोजगार मिलेगा, और जंगल पर उनकी निर्भरता कम होगी।
बुधवार को विधायक दीवान सिंह बिष्ट और कॉर्बेट के उपनिदेशक अमित वर्मा ने ढेला में पर्यटकों को यह थैले वितरित किए। इस मौके पर विधायक ने कहा कि गांव के विकास की जिम्मेदारी हर ग्रामीण की है। महिलाओं के लिए रोजगार सृजन के अवसर भी बढ़ाए जा रहे हैं।