गंगोलीहाट। टुंडाचैड़ा के युवाओं ने खुद से अपने गांव में सड़क बनाने की मुहीम ‘हमारा गांव, हमारी सड़क’ चलाई है । टुंडाचैड़ा के युवओं ने शोशल डिस्टेंसिंग के साथ अपने गांव के युवा प्रधान पति गोविंद के नेतृत्व में सड़क बनाने का कार्य खुद से शुरू कर दिया है।
सड़क बनाने का कार्य 29 मई 2020 से शुरू हुआ और आज 15वें दिन भी निर्माण कार्य जारी है। लंबे समय से जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और सरकार से लाख मिन्नत करने के बाद भी आश्वासन न मिलने से आहत होने पर गांव के युवाओं ने खुद हाथों में गैंती, फावड़ा, कुदाल लेकर श्रमदान से सड़क बनाने का जिम्मा खुद से उठाया है। आज युवाओं को सड़क का निर्माण करते हुए 15 दिन हो चुके हैं। एक दिन में साठ मीटर मार्ग काट दिया गया है। लगभग तीन किमी सड़क काटने का लक्ष्य पूरा होता है तो चार गांव लाभान्वित होंगे।
गंगोलीहाट तहसील के कंडाराछीना क्षेत्र में कंडाराछीना कस्बे से टुंडाचैरा, इटाना, दुगईआगर और खेती गांव सड़क से वंचित हैं। जनता द्वारा लंबे समय से कंडाराछीना कस्बे से इन गांवों को सड़क से जोड़ने की मांग की जा रही थी परंतु किसी तरह की सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने खुद ही सड़क बनाने का निर्णय लिया।
शुक्रवार की सुबह से हाथों में कुदाल, गैंती, संबल, फावड़ा लेकर 14 युवा महिला ग्राम प्रधान मनीषा देवी के नेतृत्व में टुंडा चैड़ा से पैदल मार्ग को दोपहिया वाहनों के लिए मार्ग काटने का कार्य प्रारंभ किया गया। प्रधान पति गोविंद सिंह ने बताया कि कंडाराछीना से चारों गांवों को जोड़ने वाले पैदल मार्ग को ही श्रमदान से दुपहिया वाहनों के लिए बनाया जा रहा है। यदि दुगईआगर, खेतीगांव और इटाना के ग्रामीण सड़क के लिए जमीन देंगे तो पूरी तीन किमी सड़क चैपहिया वाहनों के लिए बनाई जाएगी।
सड़क निर्माण में ग्राम प्रधान मनीषा देवी, प्रधान पति गोविंद सिंह, नारायण सिंह, सुरेश सिंह, खुशाल सिंह, दीपक सिंह, निर्मल सिंह, संजय सिंह, पवन सिंह, प्रमोद सिंह, विक्की, संतोष सिंह, आशु और सचिन जुटे हैं। गोविंद सिंह ने बताया कि शुक्रवार से शनिवार सायं तक साठ मीटर सड़क कट चुकी है। इस सड़क के बनने से राइंका डोबालखेत भी सड़क से जुड़ जाएगा। श्रमदान कर रहे युवा पूरे जोश में हैं। युवाओं का कहना है कि तीन किमी सड़क बना कर ही दम लिया जाएगा।