पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिले के गड़ाईगंगोली में चार साल पहले कुलूर नदी पार करने के लिए मदनपुर नैनी सड़क पर बना पुल टूट गया था। वहां नया पुल बन रहा है। आवाजाही के लिए लगाई गई ट्राली की रस्सी टूटने से मदनपुर, नैनी क्षेत्र के पंद्रह गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। ग्रामीण अपने बाजार सेराघाट नहीं आ पा रहे हैं। छोटे स्कूली बच्चे भी चार दिनों से विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। मात्र हाईस्कूल और इंटर के छात्र भी पढऩे के लिए राइंका सेराघाट ऊफान पर आयी कुलूर नदी पार कर आवाजाही कर रहे हैं। बच्चों के नदी पार कर विद्यालय आने जाने से अभिभावक परेशान हैं। अति आवश्यक होने पर ग्रामीण जान की बाजी लगाकर आवाजाही को मजबूर हैं।
2017 में टूट गया था पुल
मदनपुर नैनी को सेराघाट से जोडऩे वाले मार्ग पर नियोलियासेरा में बना मोटर पुल 2017 में टूट गया था। पुल टूटने से दो लोगों की मौत हुई थी। तीन लोग घायल हुए थे। चार साल हो चुके हैं। परंतु नया पुल तैयार नहीं हो सका है। विगत चार वर्षो से पंद्रह गांवों के लोग ट्राली से नदी पार कर पैदल चलने को मजबूर हैं। इस समय पुल निर्माण का कार्य चल रहा है लोनिवि का कहना है कि पुल निर्माण कार्य प्रगति पर है।
15 गांवों की लाइफ लाइन है मदनपुर नैनी सड़क
पुल टूटने से चार साल से अलग-थलग पड़े मदनपुर नैनी क्षेत्र के पंद्रह गांवों के लिए सेराघाट- मदनपुर मार्ग लाइफ लाइन है। ग्रामीणों का बाजार सेराघाट है। चार साल से ग्रामीण फजीहत झेल रहे हैं। बरसात के चार माह ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ा देते हैं।
टूट गई है ट्राली की रस्सी
युवा समाज सेवी जितेंद्र प्रसाद बताते हैं कि ट्राली की रस्सी टूटने से पांच दिनों से स्कूली बच्चों का विद्यालय जाना बंद हो चुका है। बड़े छात्र नदी पार कर विद्यालय आ जा रहे हैं। हर पल दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। व्यवस्था की उदासीनता का परिणाम जनता भुगत रही है।
नई रस्सी मंगाई गई है
ईई लोनिवि बेरीनाग विनोद सिन्हा का कहना है कि यहां पर एक माह पूर्व विभाग ने नई रस्सी लगा कर ट्राली ठीक कराई थी। इस बीच कुछ शरारती तत्वों ने रस्सी को जला कर फेंक दिया। शरारती तत्वों के खिलाफ विभाग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा रहा है। नई रस्सी मंगाई गई है दो दिन के भीतर नई रस्सी लग जएगी।