पिथौरागढ़ : जैव विधिवता के संरक्षण और संवद्र्धन के लिए अब जिले के हर गांव में जैव विविधता प्रबंधन समिति गठित की जाएगी। ग्रामीण और वन विभाग प्रतिनिधियों को शामिल कर बनने वाली समिति को गांवों के उत्पादन पर रॉयल्टी लेने का अधिकार होगा।
वन विभाग कार्यालय में हुई जैव विविधता प्रबंधन समिति की बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी विनय भार्गव ने कहा कि जैव विविधता मानव के सुरक्षित भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। जैव विधिवता पर संकट से मानव जीवन को होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए कहा कि अपने परिवेश की जैव विविधता को संरक्षित करने की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है।
उन्होंने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण और संवद्र्धन के लिए अब हर गांव में जैव विविधता प्रबंधन समिति का गठन किया जा रहा है। समिति में अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष संबंधित गांव के व्यक्ति होंगे जबकि सचिव पद पर वन विभाग का प्रतिनिधि रहेगा। समिति को गांव में होने वाले उत्पादन की कीमत के साथ ही रॉयल्टी लेने का भी अधिकार होगा।
बता दें सीमांत जिले के कई गांवों में औषधीय जड़ी बूटी के साथ ही तमाम हर्बल उत्पादों का उत्पादन होता है। बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोग अभी तक सिर्फ उत्पाद की कीमत ही संबंधित व्यक्ति को देते थे अब खरीददारों को जैव विविधता प्रबंध समिति को रायल्टी भी देनी होगी। रायल्टी की धनराशि से जैव विविधता संरक्षण के कार्यों को आगे बढ़ाया जा सकेगा।