पिथौरागढ़ में थल-मुनस्यारी मार्ग पर लगातार गिर रहे पत्‍थर, चीन सीमा को जोड़ने वाले तीनों मार्ग बंद

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पिथौरागढ़ : मानसू सीजन में पर्वतीय जिलों की मुसीबत बढ़ गई है। पिथौरागढ़ जिले के सीमांत क्षेत्र में भारी बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। बुधवार की रात डीडीहाट और धारचूला तहसीलों में भारी बारिश हुई। इस दौरान टनकपुर-तवाघाट हाइवे पर कुछ स्थानों पर मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा। थल-मुनस्यारी मार्ग में नाचनी के निकट नया बस्ती के पास पहाड़ से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है। काली नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाले तीनों मार्ग बंद हैं।

बुधवार की रात डीडीहाट में 61 एमएम और धारचूला में 49 एमएम बारिश हुई। मुनस्यारी में भी बादल जमकर बरसे। अन्य तहसीलों में हल्की बारिश हुई। डीडीहाट , धारचूला तहसील क्षेत्रों में बारिश से हाइवे पर कुछ स्थानों पर मलबा गिरने से यातायात प्रभावित रहा। दूसरी तरफ थल मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के करीब नया बस्ती के पास मलबा गिरने से मार्ग बंद रहा। लोनिवि द्वारा मलबा हटाने जाने पर वाहन निकले।

बाद में पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है। जिसके चलते यातायात बाधित हो रहा है। नया बस्ती के पास जेसीबी मशीन तैनात है। चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-दारमा, तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख और मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद है। दारमा मार्ग 71 दिनों से ओर । मिलम मार्ग 60 दिनों से बंद है। काली नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। धारचूला में काली नदी 888.70 मीटर पर बाह रही है। यहां पर चेतावनी लेबल 889 मीटर है। जिले में 11 मार्ग बंद है।

भवाली-हल्द्वानी हाईवे पर रात में रहेगा बंद

भारी मलबा आने से छह दिन से बंद पड़ा भवाली-हल्द्वानी हाईवे पर आखिरकार यातायात सुचारु हो गया है। अलबत्ता पहाड़ी से गिर रहे मलबे को देखते हुए में रात में वाहनों की आवाजाही बंद रखी जाएगी। एनएच अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा कारणों को ध्‍यान में रखते हुए रात में वाहनों का आवगमन इस मार्ग पर ठप रहेगा।

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