जाटी, पिथौरागढ़/धारचूला/मुनस्यारी : सीमांत में हो रही बारिश से जिले में दो दर्जन मार्ग बंद हो गए हैं। ढाई माह बाद भी चीन सीमा को जोडऩे वाले दारमा मार्ग नहीं खुलने से जनता आक्रोशित हो चुकी है। आक्रोशित जनता ने आंदोलन की धमकी दी है। भारी बारिश से ऑलवेदर सड़क पर दिल्ली बैंड में चट्टान खिसकने से तीन घंटे यातायात बंद रहा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में वाहन फंसे रहे । मुनस्यारी तहसील को जोडऩे वाले दोनों मार्ग बंद हैं। तवाघाट -गर्बाधार -लिपुलेख मार्ग में गर्बाधार से बंूदी तक पहाड़ की तरफ से पत्थरों की बरसात हो रही है। ग्रामीण जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह पनार से लेकर गुरना तक मूसलाधार बारिश हुई। भारी बारिश के चलते दिल्ली बैंड के पास चट्टान खिसक गई और मार्ग बंद हो गया। सुबह सात बजे के आसपास भारी चट्टान खिसकने से तीन घंटे मार्ग बंद रहा। सात बजे के बाद पिथौरागढ़ से मैदानी क्षेत्रों और अन्य जनपदों को आने जाने वाले सैकड़ों वाहन फंस गए। एनएच द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद दस बजे फंसे वाहन निकल सके।
धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार तवाघाट- गर्बाधार -लिपुलेख मार्ग में गर्बाधार से 25 किमी दूर बूंदी तक जगह -जगह पर पहाड़ की तरफ से पत्थरों की बौछार हो रही है। मार्ग बंद होने से यात्रियों को पैदल चलना पड़ रहा है। गर्बाधार में तो स्थिति इस कदर खराब है कि लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है। गुंजी से धारचूला आने जाने में पांच वाहन बदलने पड़ रहे हैं। डेढ़ हजार का किराया देना पड़ रहा है। मार्ग की दशा नहीं सुधरने से व्यास घाटी के ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मुनस्यारी तहसील क्षेत्र के अधिकांश मार्ग बंद हैं।
थल: थल तहसील को जोडऩे वाली कुकरौली- भांतड़ आंतरिक मार्ग गुरुवार की रात्रि मस्मोली के पास पेड़ गिरने से बंद हो गई है। मार्ग बंद होने से मस्मोली, मालासीमा , भकुना, कुकरौली, धिंगतड़, ,द्यौकनी, मेलती, खोली माली, कन्यूरी गांव अलग -थलग पड़ चुके हैं। शुक्रवार सुबह हल्द्वानी जाने वाले वाहन फंसे रहे। छोटे वाहन फंसे हैंं। इन गांवों का बाजार थल है मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को सामान और सिलिंडर ले जाने में भारी परेशानी हो रही है। कुकरौली के समाज सेवी दीपक सामंत ने लोनिवि से शीघ्र मार्ग खोलने की मांग की है।