- सड़क के बंद होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई
- लगातार बारिश से लोनिवि कर्मियों को सड़क को ठीक करने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.
- सड़क बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों और लंबी दूरी के यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है.
थल(पिथोरागढ़) सवाददाता : थल-मुनस्यारी सड़क में बनिक गधेरे के उफान में आने से 10-12 मीटर सड़क नाले में समा गई. सड़क के क्षतिग्रस्त होने से इस सड़क में यातायात पूरी तरह बाधित है. यहां पर भारी संख्या में वाहन और संख्या में यात्री फंसे हुए हैं.
घिंघरानी और फगुवाबगड़ के समीप भी पहाड़ी से मलबा आने से सड़क बंद चल रही है. जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. मंगलवार देर रात करीब आठ बजे थल-मुनस्यारी सड़क में बनिक के समीप पहाड़ से भारी बोल्डर आ गए. जिससे 10 मीटर सड़क बनिक नाले में समा गई. सड़क के बंद होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई. इस मार्ग में पूरे दिन यातायात प्रभावित रहा. लोगों को पैदल चलने तक को भी रास्ता नहीं मिला. लोनिवि की ओर से मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से लोनिवि कर्मियों को सड़क को ठीक करने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.
वहीं घिंघरानी और फगुवाबगड़ के समीप पहाड़ी से भारी मलबा आ गए था. जिसे अब तक नहीं हटाया जा सका है. मलबा आने से मुनस्यारी क्षेत्र का संपर्क कटा हुआ है. सड़क बंद होने के बाद मुनस्यारी तहसील के दूरस्थ गांवों में आवश्यक सामानों की किल्लत होने लगी है. थल-मुनस्यारी सड़क 40 घंटे बाद भी नहीं खुली पायी है. सोमवार देर रात रातीगाड़ के समीप थल-मुनस्यारी सड़क जमीन दरकने से रामगंगा में समा गई थी. जिसे 40 घंटे बाद भी ठीक नहीं किया जा सका है. जिस कारण लोगों को पैदल आवाजाही करने में भी खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है. सड़क ध्वस्त होने के बाद सड़क के दोनों ओर कई वाहन फंसे हुए हैं. लोनिवि की ओर से मलबा हटाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे से सड़क बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों और लंबी दूरी के यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है.