देहरादून। राहुल गांधी जब दून पहुंचे तो उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से ये बात पूछी कि सरकार का क्या हाल है। इससे साफ होता है कि त्रिवेंद्र रावत सरकार की जीरों टाॅलरेंस नीति के चलते कांग्रेस हाईकमान भी चिंतित है।
इस पर उनको थाह बंधाते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले सरकार कुछ नहीं कर रही, राशन महंगा हो गया, सीबीआई जांच अधर में लटकी है। किसान आत्महत्या कर रहा है, महंगाई बढ़ रही है। ऐसा सुनकर जरूर राहुल बाबा ने चैन की सांस ली। मगर किसी भी कांग्रेसी ने राज्य सरकार की अच्छी नीतियों को राहुल के समक्ष नहीं रखा।
वहीं राहुल गांधी द्वारा राज्य सरकार की कार्य प्रणाली के बारे में पूछे जाने से साफ हो जाता है, कि राहुल खुद राज्यों में क्या चल रहा है इसका संज्ञान नहीं रखते। जब पार्टी का युवराज ही कार्यकर्ताओं पर निर्भर हो तो पार्टी कहां और कैसे तरक्की कर सकती है। किसी ने सच ही कहा कि जब किसी को कोई औहदा विरासत में मिलता है, तो उसकी कदर नहीं की जाती है। ये बात राहुल गांधी पर बिल्कुल सटीक बैठती है। जिसके दादा-दादी प्रधानमंत्री रहे हो, ऐसे इंसान की जवानी के दिनों में एक चाॅय वाला अपनी प्रतिभा का डंका दुनिया भर में बजा रहा है। वहीं आते ही राज्य सरकार हाल जानना ये दर्शता है कि राहुल गांधी त्रिवेंद्र रावत की जीरों टाॅलरेंस नीति को दिल से ले बैठे हैं।