देहरादून। चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए भारत के साथ-साथ अन्य देशों के श्रद्धालु भी काफी उत्सुक हैं। अमेरिका के सर्वाधिक 3,200 से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराया।
दूसरे नंबर पर नेपाल के करीब 1800 श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकृत हुए और तीसरे नंबर पर मलेशिया के 1,400 से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। गत वर्ष 49,556 विदेशी श्रद्धालु चारधाम पर आए थे।
20 मार्च से शुरू हुआ था ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
प्रदेश में 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालु बढ़-चढ़कर पंजीकरण करा रहे हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने चारधाम यात्रा-2025 में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए 20 मार्च से ऑनलाइन आधार एवं पासपोर्ट आधारित पंजीकरण शुरू किया था। जिससे कि श्रद्धालुओं को अपनी पंजीकृत तिथि पर दर्शन लाभ प्राप्त हो सके।
अलग-अलग दिन खुलेंगे चारों धाम के कपाट
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे, जबकि दो मई को केदारनाथ और चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा पूर्ण स्वरूप में शुरू हो जाएगी। आखिर में 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त निदेशक और चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि बिना पंजीकरण कराए चारधाम यात्रा में शामिल न हो।
चारधाम यात्रा के लिए पांच मुख्य देशों के श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
- देश, पंजीकरण संख्या
- अमेरिका, 3266
- नेपाल, 1805
- मलेशिया, 1,463
- इंग्लैंड, 1025
- आस्ट्रेलिया, 607
चारधाम के लिए हुए कुल पंजीकरण
- धाम, 10 अप्रैल, कुल पंजीकरण
- केदारनाथ, 17660, 537554
- बदरीनाथ, 14091, 472343
- गंगोत्री, 8120, 283167
- यमुनोत्री, 5800, 264945
- हेमकुंड साहिब, 1139, 22686