देहरादून। संवाददाता।
शुक्रवार को दून स्कूल पहुंचे कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने दोपहर का खाना बच्चों के साथ खाया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को कूटनीति सिखाई। यदि सही मायनों में राहुल बाबा कूटनीति के ज्ञाता हैं तो कांग्रेसियों तक अपने विचार पहुंचाकर अपनी नीति से पार्टी को मजबूती क्यों नहीं देते।
दून स्कूल पहुंचने के बाद खबरों में ये भी चर्चा रही कि राहुल बाबा ने बच्चों को कूटनीति की परिभाष समझाते हुए कहा कि कूटनीति का अर्थ है अपने विचारों को दूसरे को समझाकर उसकी क्षमताओं का लाभ लेना। बाबा आपने तो सबकों कूटनीति की परिभाषा अच्छी समझायी।
मगर खुद इसका अर्थ आज-तक नहीं समझ सकें। यदि समझ चुके होते तो अमित शाह जो कल तक एक प्रदेश का मंत्री था, आज आपकी कांग्रेसी सेना का नरसंहार करने के बाद भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष न बना होता। खैर जो भी हो कभी-कभी राहुल बाबा जो हंसी ठिठोली वाली बात करते हैं, उनकी कूटनीति वाली परिभाषा को भी इसी लहिजे से लिया जाना उचित होगा। यदि किसी बच्चें ने उनकी बात को दिल से लिया हो तो हो भी सकता है उसे राहुल बाबा की कूटनीति अच्छे से समझ आ गई होगी।