मंत्री हरक सिंह ने जनता दरबार में दिया इंसानियत का परिचय

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देहरादून। आशीष बडोला। जनता दरबार में आमतौर पर देखा जाता है कि जनता की समस्याओं का निदान ठीक से नहीं किया जाता। समय की कमी के चलते मुख्यमंत्री हो मंत्रीगण डेढ या दो घंटे में कुर्सी से खड़े होकर चलते बनते हैं। जन समस्याओं को ठीक से सुना तक नहीं जाता। मगर तेज-तर्रार नेता हरक सिंह इस मामलें में काफी सौम्य है। उन्होंने प्रत्येक की बात को गंभीरता से सुना और शीघ्र उनका फोन पर ही निवारण किया।

बता दे कि सोमवार को मंत्री हरक सिंह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जनता की समस्याओं को सुना और करीब 5 घंटे से भी ज्यादा समय तक सीधा संवाद किया। इस दौरान तत्काल संबंधित अधिकारियों को समस्या के निस्तारण के निर्देश भी दिए गए। करीब 50 से ज्यादा लोगों ने मंत्री के सामने अपनी आपबीती रखी। लकवे से ग्रस्त एक बुजुर्ग जब मंत्री के सामने आए तो उन्होंने मंत्री से वन विभाग में कार्यरत पुत्र के ट्रांसफर की बात रखी। जिस पर मंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले ही उन्हें कोटद्वार भेजा था, उन्होंने फिर भी संबंधित अधिकारी को तुरंत फोन लगाया। मगर पता चला कि फिलहाल कोई जगह खाली नहीं है। उन्होंने बुजुर्ग को धैर्य बंधाते हुए कुछ समय के भीतर नई जगह तैनाती का पूर्ण आश्वासन दिया।

मीडिया के जरिये दिया जनता को संदेश
मंत्री हरक सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि प्रदेश कार्यालय में जनता दरबार का अलग महत्व है। यहां पर कोई भी अपनी समस्या के लिए आसानी से आकर, बात को घर-परिवर के सदस्योें की तरह रख सकता है। यहां सभी भाई-बहनों, बुजुर्गो और युवओं से घर के सदस्य जैसी बात होती है, कोई भी अपनी समस्या को सीधा मंत्री तक रख सकते हैं, कई माामलों को त्वरित निपटाया जा रहा है। पहले जनता दरबार सचिवालय और विधानसभा में लगाया जाता था, जिसमें हर कोई व्यक्ति शामिल नहीं हो पाता है। वहां जनता खुलकर अपनी बात नहीं रख पाती है। कई लोग तो भीतर ही प्रवेश नहीं कर पाते हैं, ऐसे में प्रदेश कार्यालय में जनता दरबार लगाया जाना, जनता से जुड़ी समस्याओं से शीघ्र निजात दिलाना है।

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