सर्वे में ब्रह्मकमल काफी कम दिखा. नंदीकुंड, द्वाराखाल और मंदिनी में कुछ ही ब्रह्मकमल पाए गए. पिछले कुछ सालों में इस इलाके में करीब 70 प्रतिशत तक इन फूलों की संख्या में कमी आई है. ब्रह्म कमल का बिलुप्ति की ओर बढ़ना चिंता की बात है .
देहरादून (संवाददाता): उत्तराखंड का राज्य पुष्प ब्रह्मकमल खतरे में है. वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (डब्ल्यूआईआई) के पंचकेदार एरिया में किए गए सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. इसके पीछे के कारण भी कम हैरान करने वाली नहीं है. सर्वे के आधार पर तैयार नेचर गाइड का बीते मंगलवार को डब्ल्यूआईआई के वार्षिक शोध सम्मेलन में विमोचन किया गया. डब्ल्यूआईआई के डीन डा. जेएस रावत के अनुसार केदारनाथ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और आसपास के करीब 900 वर्ग किलोमीटर में एक व्यापक सर्वे किया गया. इसमें फूलों की घाटी और आसपास के हाई एल्टीट्यूट एरिया में पाए जाने वाले 550 जंगली फूलों का एक डाटाबेस तैयार किया गया है. इस सर्वे में ब्रह्मकमल काफी कम दिखा. नंदीकुंड, द्वाराखाल और मंदिनी में कुछ ही ब्रह्मकमल पाए गए. पिछले कुछ सालों में इस इलाके में करीब 70 प्रतिशत तक इन फूलों की संख्या में कमी आई है. ब्रह्म कमल का बिलुप्ति की ओर बढ़ना चिंता की बात है .