झारखंड। संवाददाता। झारखंड के श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री राज पलिवार को एसएमएस भेजकर रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने के मामले का खुलासा देवघर पुलिस ने बुधवार को किया है। तीन नाबालिगों ने चोरी के मोबाइल से यह नादानी की थी। उनका कहना है कि वह पुलिस की सक्रियता परखना चाहते थे।
मंत्री के निजी मोबाइल नंबर पर एक नंबर से अपशब्दों के साथ एसएमएस भेजकर एक करोड़ की रंगदारी मांगी गयी थी। पैसे नहीं दिये जाने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी भी एसएमएस में लिखी गयी थी। सोमवार सुबह जब मंत्री ने इसकी सूचना पुलिस को दी तब पुलिस एक्टिव हुई। देवघर एसपी विजयालक्ष्मी खुद इस मामले के उद्भेदन को लेकर छानबीन कर रही थीं, तभी इस मामले का तार मारगोमुंडा से जुड़ा मिला और सारा मामला साफ हो गया।
एसपी की मानें तो मंत्री से रंगदारी के साथ धमकी देने की साजिश किसी दुश्मनी या अपराध की नीयत से नहीं बल्कि सनसनी फैलाने और जिले की पुलिस कितनी एक्टिव है यह जांचने के लिए थी।
पुलिस प्रशासन को टेस्ट करने की इस सोच तीन नाबालिगों की थी। जिसने श्रम मंत्री के नंबर पर धमकी भरे एसएमएस भेज सनसनी फैला दी। पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने सीडीआर के आधार पर मारगोमुंडा थाना क्षेत्र में छापेमारी की। छापेमारी मदन राय के घर में की गयी।
पुलिस ने एसएमएस के लिए इस्तेमाल किया गया सिम कार्ड और मोबाइल मदन राय के घर और बाड़ी से बरामद कर लेने का दावा किया। बुधवार को नगर थाना में पत्रकारों से बात करते हुए एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि तीन नाबालिग बच्चों ने यह काम किया है, जिन्हें पकड़ भी लिया गया है। इनमें एक बच्चे के पिता मदन राय पॉकेटमारी में शामिल है। सुल्तानगंज से देवघर कांवर यात्रा के दौरान कानपुर के एक कांवरिया का मोबाइल चोरी हो गया था। चोरी गये मोबाइल को ही नाबालिग लड़कों ने एसएमएस भेजने के लिए इस्तेमाल किया था।