देहरादून। संवाददाता। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे में उत्तराखंड के पांच पर्वतीय जिलों के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन हो सकता है। चमोली जिले के ऊंचाई वाले स्थानों में हिमस्खलन की गति अन्य चार जिले के मुकाबले अधिक रहने की संभावना है। इस चेतावनी को देखते हुए मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने एडवाइजरी जारी कर संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
उधर, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 48 घंटों में उत्तराखंड के मैदानी जिले हरिद्वार और ऊधम सिंहनगर में कोहरा छाया रह सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों के कई हिस्सों में सुबह के समय पाला पड़ने की संभावना है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और टिहरी गढ़वाल में डेंजर लेबल-एक, जबकि चमोली जिले के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में डेंजर लेबल-तीन का हिमस्खलन हो सकता है। इस इलाके में लोगों को आवागमन न करने की हिदायत दी गई है।
राज्य के चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री सहित ऊंचे इलाकों में कहीं-कहीं बादल छाए रहे। जबकि चमोली जिले के कई हिस्सों में धूप खिलने से लोगों ने ठंड से कुछ राहत पाई। बारिश और बर्फबारी थमने से केदारनाथ मंदिर परिसर के आसपास बर्फ हटाने का कार्य चला। उत्तरकाशी से लापता तीन ग्रामीणों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में उत्तराखंड में आसमान मुख्यतरू साफ रहने से लेकर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और मौसम शुष्क रहेगा।