नैनीताल (संवाददाता) : भारत-नेपाल के सहयोग से प्रस्तावित पंचेश्वर बांध परियोजना को लेकर उक्रांद ने विरोध तेज कर दिया है। धरना-प्रदर्शन कर पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि बांध के बनने से उपजाऊ भूमि डूब क्षेत्र में चली जाएगी और पलायन की गति भी तेज होगी। पर्यावरण पर भी असर पड़ेगा।
रविवार को दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. एनएस जंतवाल व पालिकाध्यक्ष श्याम नारायण के नेतृत्व में कार्यकर्ता तल्लीताल डांठ में एकत्र हुए और गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। डॉ. जंतवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस संवेदनशील मामले की जनसुनवाई में लीपापोती कर रही है। बांध से जैव विविधता को खतरा है और बहुमूल्य औषधियां, वनस्पति व वन्य जीव समाप्त हो जाएंगे। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय निवासियों का अस्तित्व व आर्थिक सरोकार प्रभावित होंगे। दल छोटे-छोटे बांध का पक्षधर रहा है, ताकि यहां की संस्कृति, सभ्यता व पर्यावरण प्रभावित ना हो। धरना-प्रदर्शन के बाद दल की ओर से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। जिसमें जनसुनवाई के दौरान शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी के साथ अभद्रता की निंदा करते हुए इसकी जांच की मांग की।
इस मौके पर वरिष्ठ नेता प्रकाश पांडे, डॉ सुरेश डालाकोटी, केसी उपाध्याय, नवीन साह, विरेंद्र जोशी, कमलेश पांडे, खीमराज बिष्ट, पान सिंह सिजवाली, विशन मेहता, कुलदीप सिंह, महबूब हुसैन, हरीश अधिकारी, लोकेश वर्मा, केएन सुयाल, यतींद्र बोरा, नूर अहमद, सज्जन लाल साह, केएन जोशी आदि थे।