दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अटल भूजल योजना को लॉन्च किया। इस योजना के अंतर्गत सात राज्यों के 8350 गांव लाभान्वित होंगे। इसके अलावा मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग सुरंग का नाम भी अटल सुरंग रखा गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इससे वाजपेयी जी का सपना पूरा हुआ। पानी का विषय अटल जी के करीब था। पानी का संकट सबके लिए चिंता का विषय है। न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं।
अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था पानी का विषय
पीएम मोदी ने कहा कि पानी का विषय अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, उनके हृदय के बहुत करीब था। अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस, ये 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम हैं।
रोहतांग टनल अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण एक बड़ी परियोजना का नाम अटल जी को समर्पित किया गया है। हिमाचल प्रदेश को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाली, मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग टनल अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी।
मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले जब हमने पानी के लिए समर्पित जब हमने जल शक्ति मंत्रालय की बात की थी तो कुछ लोगों को लगा कि कैसा वादा है। लेकिन बहुत कम लोगों ने इस बात पर गौर किया कि क्यों इसकी जरूरत थी। न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं।
ग्राउंड वॉटर बढ़ाने का काम करेगी अटल भूजल योजना
उन्होंने कहा कि पानी का ये संकट एक परिवार के रूप में, एक नागरिक के रूप में हमारे लिए चिंताजनक तो है ही, एक देश के रूप में भी ये विकास को प्रभावित करता है। एक तरफ जल जीवन मिशन है, जो हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने का काम करेगा और दूसरी तरफ अटल जल योजना है, जो उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगी जहां ग्राउंड वॉटर बहुत नीचे है।
जल शक्ति मंत्रालय ने इस संकलित दृष्टिकोण से पानी को बाहर निकाला और व्यापक दृष्टिकोण को हमने बल दिया। इसी मानसून में हमने देखा है कि समाज की तरफ से, जलशक्ति मंत्रालय की तरफ से जल संरक्षण के लिए कैसे व्यापक प्रयास हुए हैं।
पहले चरण में इन राज्यों में लागू होगी अटल भूजल योजना
पीएम मोदी ने कहा कि अटल भूजल योजना से महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात इन सात राज्यों के भूजल का उठाने में बहुत मदद मिलेगी। इन सात राज्यों के 78 जिलों में 8,300 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में भूजल की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। इसका बहुत बड़ा खामियाजा वहां के लोगों को उठाना पड़ता है। लोगों को इन दिक्कतों से मुक्ति मिले, जल स्तर में सुधार हो इसके लिए हमें जागरूकता अभियान चलाने होंगे।